
आईटीबीपी और एनडीआरएफ ने 413 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला, एक की मौत
शिमला, 06 अगस्त। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में पवित्र किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर बाढ़ व भूस्खलन के कारण आईटीबीपी और एनडीआरएफ ने बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 413 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला। वहीं, एक श्रद्धालु की मौत हो गई है और एक अन्य श्रद्धालु अब भी लापता है। खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने यात्रा को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है।
सूत्राें के अनुसार, किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर तांगलिंग क्षेत्र में भारी वर्षा से ट्रैक का बड़ा हिस्सा बह गया, जिससे सैकड़ों श्रद्धालु रास्ते में फंस गए। सूचना मिलते ही इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) की 17वीं वाहिनी की टीम और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम संयुक्त रूप से मौके पर पहुंची। रस्सी आधारित ट्रैवर्स क्रॉसिंग तकनीक की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। सोमवार तड़के करीब 3 बजे तक 413 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालकर रिकांगपिओ लाया गया।
बचाव अभियान में 1 गजेटेड अधिकारी, 4 सबऑर्डिनेट अधिकारी और 29 जवानों की आईटीबीपी टीम के साथ एनडीआरएफ के कर्मी भी जुटे रहे। आईटीबीपी जिला प्रशासन और अन्य एजेंसियों के समन्वय से लगातार राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है।
इधर, यात्रा मार्ग पर एक श्रद्धालु का शव पर्वती कुंड के पास बरामद हुआ है, जिसकी पहचान पश्चिम बंगाल निवासी के रूप में की गई है। वहीं एक अन्य श्रद्धालु ट्रैक से फिसलकर गिर गया है, जिसकी तलाश के लिए रेस्क्यू टीमें भेजी गई हैं।
जिले में बीते 24 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। कई संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं, वहीं राष्ट्रीय उच्च मार्गों पर भी चट्टानें गिरने से आवागमन बाधित हो गया है। निगुलसरी और रिब्बा नाला के पास यातायात बहाल करने के लिए मशीनरी लगाई गई है।
प्रशासन ने मौसम की स्थिति और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किन्नर कैलाश यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया है। यह यात्रा 15 जुलाई से 30 अगस्त तक प्रस्तावित थी। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम सामान्य होने तक यात्रा पर न जाएं।