कोलकाता, 26 सितंबर । बंगाल की खाड़ी के मध्य-पश्चिमी हिस्से में नए निम्न दबाव क्षेत्र बनने के बाद पश्चिम बंगाल के 18 जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। इसे देखते हुए राज्य के कई हिस्सों में अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तर बंगाल के तीन जिलों- अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी और कलिम्पोंग में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में भारी बारिश के बाद नए भूस्खलन की आशंका है। बुधवार को भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 10 का एक हिस्सा भूस्खलन की वजह से बाधित हो गया।
अधिकारियों के अनुसार, दक्षिण बंगाल के पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस नए निम्न दबाव क्षेत्र के बनने से प्रशासन के लिए अतिरिक्त समस्याएं खड़ी हो गई हैं, खासकर जब राज्य में बाढ़ की स्थिति में थोड़ी बहुत सुधार शुरू हो ही रहा था।
एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि अगर आने वाले कुछ दिनों में भारी बारिश होती है तो दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) के बैराजों से अतिरिक्त बाढ़ का पानी छोड़ा जाएगा, जिससे स्थिति और खराब हो सकती है।
डीवीसी स्टाफ एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर राज्य सरकार से दामोदर वैली रिजर्वायर रेगुलेशन कमेटी (डीवीआरआरसी) से अपना प्रतिनिधित्व वापस लेने के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। एसोसिएशन के महासचिव अशोक घोष ने कहा कि राज्य सरकार के इस निर्णय से डीवीसी के कामकाज को कॉर्पोरेटाइज करने की केंद्र सरकार की योजना को बढ़ावा मिलेगा।
उत्तर बंगाल में भारी बारिश की संभावना, रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने उत्तर बंगाल के चार जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसे देखते हुए प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी किया है और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की आशंका के मद्देनजर जिला प्रशासनों को आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी गई है। इधर, दो जगहों पर मकान ढहने को लेकर कालिम्पोंग जिला प्रशासन पहले से सतर्क है।
मौसम विभाग, सिक्किम के केंद्रीय निदेशक गोपीनाथ राहा ने कहा, ‘बंगाल की खाड़ी से बड़ी मात्रा में जलवाष्प की आपूर्ति हो रही है। इसके चलते कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई है। भारी बारिश की आशंका के चलते जिला प्रशासन को सूचित कर दिया गया है। ताकि समय रहते नुकसान से बचने के लिए कदम उठाए जा सकें।
मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कालिम्पोंग और अलीपुरद्वार में 7-20 सेमी बारिश हो सकती है। जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार में बारिश 20 सेमी से अधिक हो सकती है। जिस वजह से रेड अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तर बंगाल के बाकी हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना है। शुक्रवार को भी कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी है। हालांकि शनिवार से बारिश की मात्रा काफी कम हो जाएगी। उधर राजनाथ राजधानी कोलकाता सहित दक्षिण बंगाल के अधिकांश जिलों में भी लगातार बारिश जारी है जिससे राज्य के कई इलाकों में बाढ़ की समस्या गंभीर होने लगी है।
होती रहेगी लगातार बारिश
कोलकाता और पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान सामान्य तौर पर बादल छाए रहेंगे, साथ ही कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने गुरुवार को बताया है कि कोलकाता में अधिकतम तापमान 29˚C और न्यूनतम तापमान 25˚C के आसपास रहने की संभावना है। पिछले 24 घंटों में कोलकाता का अधिकतम तापमान 28.1˚C दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.4 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 24.9˚C रहा, जो सामान्य से 1.1 डिग्री कम है।
कोलकाता में बीते 24 घंटों के दौरान 62.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि 25 सितंबर की सुबह 8:30 बजे के बाद से 61.7 मिमी बारिश हो चुकी है। इसके अलावा, शहर की आर्द्रता में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जहां अधिकतम आर्द्रता 97 फीसदी और न्यूनतम 92 फीसदी रही।
राज्य के अन्य जिलों में भी मौसम का यही हाल बना रहेगा। हुगली, हावड़ा, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, मेदिनीपुर और मालदा सहित कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इन जिलों में आसमान बादलों से घिरा रहेगा और तापमान में भी मामूली गिरावट देखी जाएगी। मालदा और मेदिनीपुर जैसे जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में लगातार बारिश और डीवीसी से पानी छोड़े जाने की वजह से कई जिलों में बाढ़ के हालात पहले से ही हैं।