
काठमांडू, 08 अगस्त। गृह मंत्रालय के सचिव गोकर्ण मणि दवाडी ने उत्तराखंड के धाराली में बादल फटने की घटना के बाद आई भीषण बाढ़ में जाजरकोट के पांच लोगों की मौत होने की पुष्टि भारतीय पक्ष से जानकारी मिलने के बाद की है। इसी तरह लापता हुए व्यक्तियों की संख्या 23 तक पहुंच गई है।
नेपाल के विभिन्न जिलों से जानकारी इकट्ठा करने के बाद गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने बताया है कि उत्तराखंड में बुधवार को आई बाढ़ में अब तक 5 नेपाली नागरिकों के मौत की पुष्टि हुई है। मरने वालों में सभी जाजरकोट जिला के रहने वाले हैं। इसी तरह बर्दिया, धादिंग और जाजरकोट जिले के 23 नेपाली नागरिक लापता हैं। गृह मंत्रालय के मुताबिक बर्दिया के जिला प्रशासन ने 5 लोगों के लापता होने की जानकारी दी है।इसी तरह जाजरकोट जिले के 13 लोगों के लापता होने की जानकारी गुरुवार को स्थानीय जिला प्रशासन ने दी। शुक्रवार की सुबह धादिंग जिला प्रशासन ने भी 5 लोगों के लापता होने की सूचना गृह मंत्रालय को दी है।
बर्दिया जिला के प्रमुख जिला अधिकारी सुरेन्द्र पौडेल के मुताबिक इस जिले के विभिन्न परिवारों ने अपने रिश्तेदारों के लापता होने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि पांच लोगों के लापता होने की पुष्टि उत्तराखंड में रहे अन्य नेपाली नागरिकों से भी की गई है। इस घटना में तीन नेपाली नागरिकों के गंभीर रूप से घायल होने की भी जानकारी मिली है। इसी तरह जाजरकोट जिले के कुशे गांव के प्रधान हरिचंद्र बस्नेत ने इस गांव के 13 लोगों के लापता होने की बात कही है। बस्नेत ने अपने बयान में कहा है कि यह संख्या और अधिक बढ़ सकती है।
उत्तराखंड के धाराली में रहने वाले एक नेपाली परिवार के सात लोग भीषण बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कुशे गांव के ही रहने वाले नवीन सिंह नामक युवक ने बताया कि उसके पिता मान बहादुर सिंह सहित सात सदस्य बाढ़ की चपेट में आने के बाद से ही लापता हैं।
नई दिल्ली स्थित नेपाल दूतावास के कार्यवाहक राजदूत डॉ. सुरेन्द्र थापा ने बताया कि नेपाल के विदेश मंत्रालय से नेपाली नागरिकों के लापता होने की जानकारी मिलने के बाद यहां दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय करके लापता नेपाली नागरिकों के बारे में पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।