नई दिल्ली, 31 जनवरी। विश्व आर्द्रभूमि दिवस से दो दिन पहले देश में रामसर आर्द्रभूमि साइट की संख्या 75 से बढ़कर 80 हो गई है। पांच नए रामसर वेडलैंड स्थलों में दो तमिलनाडु और तीन कर्नाटक से हैं।
इन पांच नए वेटलैंड रामसर स्थलों में तमिलनाडु के कराईवेट्टी पक्षी अभयारण्य एवं लॉन्गवुड शोला रिजर्व फॉरेस्ट और कर्नाटक के मगदी केरे कंजर्वेशन रिजर्व, अंकसमुद्र पक्षी संरक्षण रिजर्व और अघनाशिनी ज्वारनदमुख शामिल है।
बुधवार को केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि विश्व आर्द्रभूमि दिवस 2024 की पूर्व संध्या पर भारत के रामसर स्थलों (अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि) की मौजूदा संख्या 75 से बढ़ाकर 80 कर दी गई है। उन्होंने बताया कि आज दिल्ली में आर्द्रभूमि सम्मेलन के महासचिव डॉ मुसोंडा मुंबा से मुलाकात की। उन्होंने पांचों रामसर साइट को सर्टिफिकेट वितरित किए।
तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों को बधाई देते हुए भूपेन्द्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पर्यावरण संरक्षण पर जो जोर दिया है। इसके कारण देश के लोगों में जागरूकता आई है। पांच और नए रामसर स्थलों का जुड़ना प्रधानमंत्री मोदी की अमृत धरोहर पहल में परिलक्षित होता है।