पलामू, 2 जून ।  जेल में रहकर गैंग बनाने के बाद बाहर निकलकर रंगदारी के लिए आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे पांच अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से दो हथियार और तीन गोली, तीन मोटरसाइकिल, 10 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

सारे अपराधी छतरपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इनमें से दो का आपराधिक इतिहास है। एक टीएसपीसी उग्रवादी संगठन से जुड़ा रहा है।

गिरफ्तार अपराधियों ने अपने 8-9 अन्य साथियों के साथ मिलकर पलामू जिले के नौडीहा बाजार के कुहकुह कला रोड में फरवरी 2025 में एक हाइवा और छतरपुर के कुटिया में जौरा माइंस से निकले दो हाइवा को 27 मई को रंगदारी-लेवी नहीं मिलने पर फूंक दिया था। माइंस-क्रेशर मालिक, पुल-पुलिया के ठिकेदार, ट्रांसपोर्टर, दुकानदार एवं अन्य लोगों को धमकी देकर रंगदारी वसूलने के योजना बनायी थी। क्षेत्र में लगातार भय का माहौल बनाया जा रहा था।

घटनाओं के बाद पुलिस ने अनुसंधान के दौरान पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया। अन्य अपराधी फरार हैं। इस घटना में पलामू से बाहर के भी अपराधी शामिल थे। जिले की एसपी रिष्मा रमेशन ने सोमवार को प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि सकेन्द्र उरांव टीएसपीसी का उग्रवादी रहा है। 2021-2022 में आगजनी की घटना के बाद जेल गया था। वहां रहकर आपराधिक गैंग तैयार किया था।

जेल से निकलने के बाद एक प्लान के तहत सारे लोग कुछ दिन के लिए बाहर कमाने चले गए थे, ताकि लगे कि उन्होंने गलत काम करना छोड़ दिया हैं। बाहर से लौटने के बाद सभी ने एकजुट होकर रंगदारी-लेवी की योजना बनाइ। योजना के तहत नौडीहा और छतरपुर में हाइवा जलाया गया। कई जगहों से अपराधियों ने रंगदारी भी वसूली के बाद आपस में बांटी थी । गैंग में पलामू से बाहर के अपराधी भी शामिल हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।

गिरफ्तार अपराधियों में छतरपुर के मसिहानी उरांव टोला के विकास उरांव (25), मुनकेरी अलीपुर के मो. याद अली उर्फ सोनू (20), जमशेद आलम (20), कउवल गटीघाट टोला के पंचम कुमार ठाकुर उर्फ पंचम पुजारी (28) और बरडीहा के सकेन्द्र उरांव (27) शामिल हैं।

गिरफ्तारी टीम में छतरपुर के थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद, नावाबाजार के संजय यादव, नौडीहा बाजार के अमित द्विवेदी, पुअनि राहुल कुमार, सुशील उरांव, इन्द्रजीत राणा, अनिल कुमार, अशोक टोप्पो, सअनि राजीव कुमार, तकनीकी शाखा और सशस्त्र बल शामिल थे।