नई दिल्ली, 24 अप्रैल। फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) के छात्र चिदानंद नाइक की फिल्म “सनफ्लॉवर्स वेयर फर्स्ट वन्स टू नो” को फ्रांस के 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल के ‘ला सिनेफ’ प्रतिस्पर्धी खंड में चुना गया है।
यह महोत्सव 15 से 24 मई 2024 तक आयोजित किया जाना है। यह अनुभाग महोत्सव का एक आधिकारिक खंड है, जिसका उद्देश्य नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना और दुनिया भर के फिल्म स्कूलों के फिल्मों को उजागर करना है। यह पहली बार है जब एक वर्षीय टेलीविजन पाठ्यक्रम के किसी छात्र की फिल्म को प्रतिष्ठित कान्स फिल्म फेस्टिवल में चुना गया है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अनुसार यह फिल्म दुनिया भर के फिल्म स्कूलों द्वारा प्रस्तुत कुल 2,263 फिल्मों में से चुनी गई 18 शॉर्ट्स (14 लाइव-एक्शन और 4 एनिमेटेड फिल्में) में से एक है। यह कान्स के ‘ला सिनेफ’ सेक्शन में चुनी गई एकमात्र भारतीय फिल्म है। जूरी 23 मई को बुनुएल थिएटर में सम्मानित फिल्मों की स्क्रीनिंग से पहले एक समारोह में ला सिनेफ पुरस्कार सौंपेगी।
“सनफ्लॉवर्स वेयर फर्स्ट वन्स टू नो” एक बुजुर्ग महिला की कहानी है, जो गांव का मुर्गा चुरा लेती है, जिससे समुदाय में अशांति फैल जाती है। मुर्गे को वापस लाने के लिए एक भविष्यवाणी लागू की जाती है, जिसमें बूढ़ी महिला के परिवार को निर्वासन में भेज दिया जाता है। फिल्म का निर्देशन चिदानंद एस नाइक ने किया है। फिल्मांकन सूरज ठाकुर ने किया है। संपादन मनोज वी ने किया है और ध्वनि अभिषेक कदम ने दी है।