प्रासाद का 81 कलशों में स्थित विविध औषधियुक्त जल से स्नपन हो रहा

प्रमुख आचार्यो द्वारा रामजन्मभूमि में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का पांचवां दिन

अयोध्या, 20 जनवरी। श्री रामजन्मभूमि स्थित श्रीराम प्रतिष्ठा कार्य के अन्तर्गत शनिवार को नित्य पूजन, हवन, पारायण आदि कार्य की वैदिक आचार्यों ने पूजा शुरु करा दी गई है। प्रातः पूजा में प्रातः शर्कराधिवास, फलाधिवास, प्रासाद का 81 कलशों में स्थित विविध औषधियुक्त जल से स्नपन किया जा रहा है। प्रासाद का अधिवासन, पिण्डिका अधिवासन, पुष्पाधिवास भी हो रहा है। अनुष्ठान समापन पर सायंकालिक पूजन एवं आरती होगी। नवीन मंदिर सहित पूरे परिसर को फूलों से सजाया जा रहा है।

श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मानें तो अनुष्ठान में अब तक नवीन मंदिर के ईशान कोण पर बने यज्ञ मंडप और नवीन राम मंदिर में शुक्रवार को अरणि से प्रकट अग्नि की नवकुण्डों में स्थापना हो चुकी हैं। अब उसमें सपरिवार रामजी की स्थापना एवं पूजा शुरू हैं। मण्डप में राजा श्रीराम‌भद्र की रचना अत्यंत आकर्षक बनी है। बता दें कि शुक्रवार को हवन का कार्य भव्यता से हुआ था।

फिलहला, अभी समारोह स्थल पर अनुष्ठान में शामिल आचार्य, प्रमुख पंडित के साथ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय, अनुष्ठान के यजमान एवं ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा, विहिप संरक्षक दिनेश, शरद शर्मा के साथ ट्रस्ट से जुड़े लोग उपस्थित हैं। अनुष्ठान की पूजा का ट्रस्ट के सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर लाइव चल रहा है।