
कोलकाता, 25 जून । नदिया जिले के कालीगंज में बम विस्फोट से एक दस वर्षीय नाबालिग लड़की की मौत के मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है। बुधवार को शरीफुल शेख नाम के एक और आरोपित को पकड़ा गया, जिससे इस मामले में गिरफ्तारियों की संख्या पांच हो गई है। इससे पहले पुलिस ने मंगलवार तक चार मुख्य आरोपितों को हिरासत में लिया था।
कृष्णनगर पुलिस जिले की ओर से बताया गया है कि मंगलवार तक आदर शेख, मानोवर शेख, कालू शेख और अनवर शेख को विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार किया गया था।
घटना के बाद से इलाके में तनाव है और मामले में राजनीति भी गरमा गई है।
मोलांदा गांव की निवासी तमन्ना खातून सोमवार को अपनी मां के साथ स्नान करके लौट रही थी, तभी कथित रूप से एक ‘सॉकेट बम’ विस्फोट की चपेट में आकर उसकी मौत हो गई। वह कक्षा चार की छात्रा थी। तमन्ना की मां सबीना यास्मीन ने आरोप लगाया कि बम फेंकने वालों के चेहरे उन्होंने देखे हैं और वे सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि हम माकपा समर्थक हैं। मैं चेहरों को पहचानती हूं, नाम नहीं जानती।
यह घटना उस समय हुई जब कालीगंज विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की मतगणना चल रही थी। शुरुआती रुझानों से ही साफ हो गया था कि तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार अलिफा अहमद भारी अंतर से जीत रही हैं। इसी दौरान तृणमूल समर्थकों ने विजय जुलूस निकाला और आरोप है कि इसी जुलूस से माकपा समर्थकों के घरों की ओर बम फेंका गया।
पुलिस अधीक्षक अमरनाथ के ने बताया कि इलाके में वर्ष 2023 से दो गुटों के बीच तनाव चला आ रहा था, संभव है कि यह घटना उसी का नतीजा हो। उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही पूरे मामले की तस्वीर साफ होगी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार शाम सोशल मीडिया पर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था और अधिकारियों को आरोपितों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।