
खूंटी, 7 जुलाई । खूंटी जिला सहित पूरे झारखंड में पिछले 20-25 दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण किसानों के अरमान पानी में बहते जा रहे हैं।
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण किसानों की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है। भारी बारिश के चलते किसान न खेतों मेें बिचड़े डाल पाये और न ही मड़ुवा या गोढ़ा धान की खेती हो पा रही है। खेतों में पानी भर जाने के कारण सभी बीच और बिचड़े पानी में बह रहे हैं। बारिश ने सब्जी उत्पादक किसानों की भी कमर तोड़ दी है। खेतों में पानी भरने के कारण टमाटर, भिंडी, परवल, शिमला मिर्च सहित अन्य सब्जियां खेतों में ही सड़ने लगी है।
किसानों का कहना है कि अभी तो आषाढ़ का ही महीना चल रहा है। अभी सावन, भादो बाकी है। यदि बारिश की यही रफ्तार रही, तो किसान पूरी तरही बर्बाद हो जाएंगे।
तोरपा के किसान पंचम साहू कहते हैं कि यदि इसी तरह मेघ बरसता रहा, तो अकाल की आशंका बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि कई किसानों ने सरकारी और निजी बैंकों के अलावा सेठ-साहूकारों से खेती के लिए कर्ज लिया है। उन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि वे ऋण की आदयगी कैसे करेंगे। युवा किसान रोहित साहू कहते हैं कि पिछले 10-15 वर्षों से इस क्षेत्र में इस तरह की बारिश नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि बारिश कम नहीं होने पर किसानों की बर्बादी तय है।
लापुंग प्रखंड के रहने वाले किसान अह्लाद साहू उर्फ मोड़ेया ने कहा कि बारिश से किसानों को भारी क्षति हो रही है। खासकर भारी बारिश की मार सब्जी उत्पादन करने वाले किसानों पर पड़ी है। खूंटी के बारकुली गांव कें किसान प्रमोद साहू कहते हैं कि बारिश से फसलों को तो नुकसान पहुंच ही रहा है, कई पुल-पुलिया और डायवर्सन भी टूट गए हैंं ।
इस कारण आम लोगों को विद्यार्थियों को भारी कठिनाई हो रही है।
व्यवसाय भी हो रहा है प्रभावित
तोरपा के कर्रा रोड में चिकन-चाउमिन और भोजनालय चलानेवाले युवा व्यवसायी प्रकाश कुमार कहते हैं कि लगातार और भारी बारिश के कारण व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ हे। आये दिन उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। राजमिस्त्री का काम करने कासीम शेख कहते हैं कि रोज हो रही बारिश के कारण उन्हें परिवार चलाना भी मुश्किल हो रहा है। काम-धंधा सब चौपट हो गया है।