पूर्वी सिंहभूम, 21 जुलाई ।  बिरसानगर थाना क्षेत्र के हुरलुंग गांव के अनुसूचित जनजाति वर्ग के रैयत किसानों ने टाटा पावर कंपनी पर उनकी खेती योग्य भूमि पर अवैध रूप से फ्लाई ऐश डंप कराने का  आरोप लगाया है। सोमवार को किसानों ने जिला उपायुक्त, अंचलाधिकारी और बिरसानगर थाना प्रभारी को लिखित आवेदन देकर त्वरित कार्रवाई की मांग की है।

किसान खेती के उपकरणों से लैस होकर जिला मुख्यालय पहुंचे ।किसानों ने कहा कि वे वर्षों से इस भूमि पर खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। लेकिन हाल ही में भू-माफियाओं की मिलीभगत से टाटा पावर कंपनी ने उनके खेतों में फ्लाई ऐश डंप करवा दिया, जिससे उनकी धान की रोपनी पूरी तरह नष्ट हो गई है।

उन्होंने बताया कि बारिश के कारण फ्लाई ऐश खेतों में फैलकर कठोर परत बन गई, जिसके कारण खेत की उर्वरता खत्म हो गई है और उनके सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। प्रभावित किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषी कंपनी टाटा पावर प्रबंधन और इसमें संलिप्त भू-माफियाओं पर अनुसूचित जाति,जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाये।

इसके साथ ही किसानों ने फ्लाई ऐश को तत्काल खेतों से हटवाकर भूमि को पूर्व स्थिति में लाने, प्रभावित परिवारों को उचित सरकारी मुआवजा दिलाने और कंपनी स्तर से भी क्षतिपूर्ति उपलब्ध कराने की मांग की है। किसानों का कहना है कि यह मामला केवल खेती के नुकसान का नहीं, बल्कि उनके संवैधानिक अधिकारों और पारंपरिक जीवन पद्धति पर सीधा हमला है।

गांव के ग्राम प्रधान कपिल देव मुंडा तथा महेश्वर मुंडा ने भी प्रभावित किसानों के साथ जिला प्रशासन से त्वरित जांच और न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो गांववासी बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे।

पीड़ित किसानों ने अपने आवेदन के साथ भूमि का पूरा विवरण, खाता और प्लॉट संख्या, तथा स्थल की तस्वीरें भी प्रशासन को सौंपी हैं।