हैदराबाद, 7 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने शुक्रवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के शासन की आलोचना करते हुए कहा कि यह राजाओं के युग जैसा है और आगामी विधानसभा चुनावों में पारिवारिक शासन का अंत हो जाएगा।

हैदराबाद के बाहरी इलाके घाटकेसर में वीबीआईटी कॉलेज में आयोजित भाजपा राज्य परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए नड्डा ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेताओं के दावों का जवाब दिया, जिन्होंने कहा था कि केंद्र धन आवंटित नहीं कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक (राजग) सरकार ने पिछले नौ वर्षों में नौ लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।

धन के आवंटन का विवरण देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र ने तेलंगाना के लिए एक जनजातीय विश्वविद्यालय और एक हल्दी बोर्ड की स्थापना की घोषणा की है।

उन्होंने कहा कि बीआरएस जैसे क्षेत्रीय दल कांग्रेस द्वारा क्षेत्र की आकांक्षाओं की उपेक्षा किए जाने के कारण उभरे थे। उन्होंने हालाँकि यह भी कहा कि क्षेत्रीय पार्टियाँ समय के साथ परिवार-केंद्रित पार्टियों में बदल गई हैं।

नड्डा ने बीआरएस को परिवार-केंद्रित पार्टी करार दिया और मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव को संदेश भेजा कि “अगले चुनाव में यह सब खत्म हो जाएगा।

वहीं तेलंगाना भाजपा के अध्यक्ष जी किशन रेड्डी ने आगामी तेलंगाना चुनाव में भाजपा की संभावनाओं पर भरोसा जताया। उन्होंने पालमुरु निज़ामाबाद सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागीदारी पर प्रकाश डाला, जहां तेलंगाना में विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई थी। उन्होंने मोदी के प्रति लोगों की गहरी आस्था पर भी जोर दिया।

रेड्डी ने दलितों के मुद्दों से निपटने के लिए केसीआर की आलोचना की और आरोप लगाया कि वह तीन एकड़ जमीन मुहैया कराने के अपने वादे से मुकर गए हैं। उन्होंने कांग्रेस को तेलंगाना आंदोलन के दौरान छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उसे तेलंगाना में वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है।

उन्होंने कहा कि भाजपा के बिना तेलंगाना विधेयक संसद में पारित नहीं हो पाता। उन्होंने तेलंगाना विधेयक पेश किए जाने पर मतदान में केसीआर की भागीदारी पर सवाल उठाया और कहा कि ऐसे व्यक्ति को तेलंगाना पर शासन करने का कोई अधिकार नहीं है।