कोलकाता, 06 नवंबर । महान स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक देशबंधु चित्तरंजन दास की 154वीं जयंती पर कोलकाता के मैदान में स्थित आकाशवाणी भवन के सामने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर देशबंधु के परिवारजनों, विशेषकर उनके परिवार के सदस्य प्रसाद रंजन दास ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

इसके साथ ही कई संगठनों ने भी इस दिन को विशेष रूप से मनाने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया। दक्षिण कोलकाता सेवाश्रम और चित्तरंजन सेवा सदन में भी देशबंधु चित्तरंजन दास की जयंती को पूरे सम्मान के साथ मनाया गया। इन सभी आयोजनों में प्रसाद रंजन दास विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों ने देशबंधु के योगदान को याद किया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।

उल्लेखनीय है कि देशबंधु चित्तरंजन दास (1870-1925) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता और अधिवक्ता थे। वे महात्मा गांधी के निकट सहयोगी रहे और स्वराज की प्राप्ति के लिए उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। 1922 में उन्होंने ‘स्वराज पार्टी’ की स्थापना की, जिसने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ संघर्ष को और अधिक मुखर बनाया। वे सामाजिक समानता और आर्थिक स्वतंत्रता के समर्थक थे और भारतीय समाज के विकास के लिए आजीवन प्रयासरत रहे।