कोलकाता, 19 अगस्त । रविवार को कोलकाता के युवभारती स्टेडियम के सामने विरोध प्रदर्शन के दौरान एक युवक के लापता होने का मामला सामने आया है।

परिवार का दावा है कि युवक ने इस प्रदर्शन में भाग लिया था, जिसके बाद उसे संतरागाछी से पुलिस ने हिरासत में ले लिया। लेकिन उसके बाद से युवक का कोई पता नहीं चल रहा था। इस घटना पर सोमवार को परिवार ने तुरंत सुनवाई की अपील करते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

सोमवार सुबह, मामले की सुनवाई हाई कोर्ट में हुई, जहां राज्य की ओर से अदालत को बताया गया कि युवक पुलिस हिरासत में हैं और सोमवार को ही उसे छोड़ दिया जाएगा।

परिवार के वकील, सब्यसाची चटर्जी ने हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवगणनम से इस मामले की तुरंत सुनवाई की अपील की, जिसे अदालत ने स्वीकार किया।

उल्लेखनीय है कि डर्बी मैच के रद्द होने के बावजूद रविवार को मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के समर्थक आर.जी. कर अस्पताल मामले में न्याय की मांग करते हुए युवभारती स्टेडियम के सामने एकत्र हुए थे। इस प्रदर्शन में शामिल होकर उक्त युवक घर नहीं लौटा, जिससे परिवार चिंतित हो गया और हाई कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई।

डर्बी मैच के रद्द होने की खबर शनिवार दोपहर से ही फैलनी शुरू हो गई थी, जिसके बाद ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के समर्थकों ने तय किया कि निर्धारित समय से पहले स्टेडियम के मुख्य दरवाजे के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे। यह विरोध रविवार दोपहर को और भी तीव्र हो गया, जिसमें ईस्ट बंगाल, मोहन बागान और मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब के समर्थक शामिल हो गए। इस विरोध प्रदर्शन के चलते बाईपास रोड पर चार घंटे से अधिक समय तक जाम लगा रहा। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी किया, लेकिन इसके बावजूद विरोध प्रदर्शन जारी रहा और समर्थक फिर से युवभारती स्टेडियम के सामने एकत्रित हो गए।