
रांची, 1 जून। संत जेवियर्स कॉलेज रांची, में भूगोल विभाग की ओर से 26 मई से 31 मई, 2025 तक रिमोट सेंसिंग और जीआईएस के मूल सिद्धांतों पर एक सप्ताह का फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय, बीआईटी मेसरा, जेएसएसी, इग्नू, डीएसपीएमयू, और एक्सआईएसएस जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञ वक्ता के रूप में शामिल हुए। उन्होंने अपने व्याख्यान और संवादात्मक सत्रों के माध्यम से प्रतिभागियों को गहन ज्ञान और व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्रदान की।
कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताओं में क्यूजीआईएस सॉफ्टवेयर और जीपीएस अनुप्रयोगों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल था, जहां प्रतिभागियों ने जियोस्पेशियल डेटा विश्लेषण में वास्तविक अनुभव प्राप्त किया। इस आयोजन ने शिक्षाविदों के बीच सहयोग, ज्ञान आदान-प्रदान और व्यावसायिक नेटवर्किंग के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान किया।
प्रतिभागियों ने इस गहन प्रशिक्षण और गहन अंतर्दृष्टि को अत्यंत सराहा, यह कार्यक्रम उनके शोध और शिक्षण क्षमताओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। डेवलपमेंट कार्यक्रम में बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात, और आंध्र प्रदेश के 34 शिक्षकों और शोधकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
समापन समारोह में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. फादर रोबर्ट प्रदीप कुजूर, एस. जे. और भूगोल विभाग रांची विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष डॉ. जीतेन्द्र शुक्ल बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे.
कॉलेज के भूगोल विभाग अकादमिक उत्कृष्टता और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह एफडीपी जियोस्पेशियल टेक्नोलॉजी के अनुप्रयोग को विभिन्न क्षेत्रों में विस्तारित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. कार्यक्रम को सफल बनाने में विभागाध्यक्ष अनिमेष रॉय, डॉ. राजीव रंजन श्रीवास्तव, डॉ. शिव कुमार, डॉ. संदीप चन्द्र, एंजेलीन टोप्पो, उत्कर्षा रानी ने अमूल्य योगदान दिया.