
कोलकाता, 01 अप्रैल । दक्षिण 24 परगना जिले के पाथरप्रतिमा में अवैध पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद राज्य की भाजपा इकाई ने इसकी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की है। विस्फोट सोमवार रात हुआ था।
पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि उन्होंने इस मामले की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी है और मामले की केंद्रीय स्तर पर जांच की मांग की है। क्या यह वास्तव में एक पटाखा फैक्ट्री थी या फिर तृणमूल द्वारा प्रायोजित एक और बम बनाने का अड्डा। बंगाल आज अराजकता और आतंक के मोड़ पर खड़ा है। एक ओर तुष्टिकरण और अवैध घुसपैठ से भारत की संप्रभुता खतरे में है, तो दूसरी ओर राज्य में अवैध हथियार और विस्फोटक तृणमूल के संरक्षण में पनप रहे हैं।भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद दिलीप घोष ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इस अवैध निर्माण की जानकारी थी, फिर भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने दावा किया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस प्रदेश में हिंसा का माहौल बनाने की तैयारी कर रही है। इसी कारण उसके लोग पटाखा फैक्ट्री की आड़ में देसी बम बनाने का काम कर रहे हैं। इस मामले की गहराई से जांच जरूरी है।
इस मामले में जिन दो भाइयों, चंद्रकांत बनिक और तुषार बनिक के घर में अवैध पटाखा कारखाना चल रहा था, वे विस्फोट के बाद से फरार हैं। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि पूरे घर को जलकर खाक होने में घंटों लग गए। अब तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से इस घटना को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवारों को मुआवजे की घोषणा भी नहीं की गई है।