नई दिल्ली, 18 जनवरी । अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के पहले ही दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन ने एक बार फिर जोरदार तेजी दिखाते हुए 1 लाख डॉलर के स्तर को पार कर लिया। शुक्रवार देर रात बिटकॉइन 1,05,782.40 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि उसके बाद इस क्रिप्टोकरंसी की कीमत में गिरावट आई। आज भारतीय समय के मुताबिक दोपहर 11.30 बजे बिटकॉइन 1,03,403.60 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

उल्लेखनीय है कि डोनाल्ड ट्रंप की जीत के कारण क्रिप्टोकरंसी मार्केट में लगातार उत्साह का माहौल बना हुआ है। अपने चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को दुनिया का क्रिप्टो कैपिटल बनाने का ऐलान किया था। ट्रंप के वायदे में क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए फेवरेबल रेगुलेशंस लाने की बात भी कही गई थी। इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप ने क्रिप्टो मार्केट के लिए रेगुलेटर नियुक्त करने का भी वादा किया था। अपने वायदे में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि राष्ट्रपति के रूप में वे इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि अमेरिकी सरकार सोने की तरह ही बिटकॉइन का भी स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाए‌। इसके साथ ही राष्ट्रपति पद संभालने के बाद पहले 100 दिन के अंदर ही क्रिप्टो करेंसी के संबंध में स्पष्ट और सरल नियम बनाने के लिए एक विशेष सलाहकार परिषद बनाने का भी ट्रंप ने ऐलान किया था।

चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप द्वारा क्रिप्टोकरंसी के प्रति पॉजिटिव रूप दिखाने के कारण ही चुनाव में ट्रंप की जीत का ऐलान होने के साथ ही क्रिप्टोकरंसी मार्केट में तेजी आ गई थी। खासकर, बिटकॉइन ने जबरदस्त तेजी दिखाई थी। ट्रंप के चुनाव जीतने के 1 महीने बाद 5 दिसंबर को बिटकॉइन पहली बार एक लाख डॉलर के स्तर को पार करके 1,03,242.70 डॉलर के स्तर पर पहुंचा था। इसी महीने 17 दिसंबर को बिटकॉइन ने अपने सर्वोच्च स्तर 1,06,490.10 डॉलर के स्तर तक पहुंचने में सफलता हासिल की थी। हालांकि इसके बाद बिटकॉइन की कीमत में गिरावट आई, जिसकी वजह से ये क्रिप्टोकरंसी 90 हजार डॉलर के स्तर तक गिर गई। लेकिन अब ट्रंप की शपथ लेने का समय पास आते ही एक बार फिर इस क्रिप्टोकरंसी में तेजी आ गई है और ये 1 लाख डॉलर के स्तर को पार करके कारोबार करने लगी है।