जयपुर, 21 अक्टूबर। राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस सरकार पर बिना तैयारी एवं व्यवस्थाओं के सरकारी अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोल देने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा करके बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है।
देवनानी ने कहा कि सरकार द्वारा दिखाई गई जल्दबाजी अब बच्चों के भविष्य पर असर डाल रही है। बिना तैयारी और व्यवस्थाओं के शुरू किए गए इन स्कूलों में बच्चों को ना पढाई का माहौल मिल पा रहा है और ना ही उनका विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलाते ने चुनावी साल में सियासी लाभ लेने के लिए 200 से अधिक अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोल दिए लेकिन इनमें सुविधाओं को कोई विस्तार नहीं किया।
उन्होंने कहा कि हालात यह है कि इन अंग्रेजी स्कूलों में बच्चों के पढाने के लिए कोई अंग्रेजी का शिक्षक ही नहीं है। हालात बिगडते देख पिछले दिनों की शिक्षा विभाग ने एक परिपत्र जारी कर अंग्रेजी मीडियम की सरकारी स्कूलों में केवल पांचवीं कक्षा तक ही कक्षाएं संचालित करने के लिए कहा है जबकि पूर्व में इन स्कूलों में आठवीं कक्षा तक के बच्चों को एडमिशन दे दिए थे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने तीन साल पहले प्रत्येक जिले में एक एक सरकारी अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोले थे। इसके बाद महज दो साल में स्कूलों की संख्या बढाकर 770 से अधिक कर दी गई। बिना तैयारी के खोले गए इन स्कूलों के सामने स्कूलों के भवन को लेकर समस्या रही तो हिन्दी मीडियम से अंग्रेजी मीडियम में परिवर्तन करने के बाद स्कूलों को दो पारियों में संचालित कर पढाई के नाम पर खानापूर्ति की गई।