वाशिंगटन, 29 मई। आखिर जिस बात का डर था, वही हुआ। कुछ समय से ट्रंप प्रशासन की कछ नीतियों से नाराज चल रहे टेस्ला के सीईओ एलन मस्क सरकार से अलग गए। वह सरकारी दक्षता विभाग का राजपाट छोड़कर अपने कारोबार की दुनिया में लौट गए। इस साल जनवरी में एक अंतराल के बाद दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग का गठन कर उसकी जिम्मेदारी मस्क को सौंपी थी। इस विभाग के गठन का मकसद सरकारी खर्चों में कटौती करना था। मस्क ने कहा कि वह वाशिंगटन छोड़ रहे हैं।

द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, एलन मस्क ने कहा कि वे अपनी कंपनियों पर अधिक समय बिताने के लिए अब सरकार से अलग हो रहे हैं। व्हाइट हाउस के अधिकारियों के अनुसार मस्क और राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अभी भी अच्छे संबंध हुए हैं। लेकिन उन्होंने (मस्क) यह स्पष्ट कर दिया है कि वे वाशिंगटन और संघीय नौकरशाही को उलटने के दौरान आई बाधाओं से निराश हैं।

मस्क ने राष्ट्रपति ट्रंप के घरेलू नीति कानून पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि इससे राष्ट्रीय घाटा बढ़ेगा। उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों से एक कंपनी की शिकायत की। इस कंपनी से मध्य पूर्व में एक कृत्रिम-बुद्धिमत्ता डेटा सेंटर बनाने के लिए एक समझौता किया गया था। इस कंपनी ने ट्रंप की राजनीति के संचालन के लिए 100 मिलियन डॉलर का वादा किया था। ट्रंप का आरोप है कि इस कंपनी ने यह रकम अब तक नहीं दी। कभी खुद को ट्रंप का भरोसेमंद दोस्त बताने वाले मस्क ने अब उनसे कुछ फासला बना लिया है। उनका कहना है कि वे अब अपनी कंपनियों पर ध्यान देंगे।

टेस्ला सीईओ एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन से खुद को अलग करने की घोषणा बुधवार को एक्स पर की। पिछले दिनों मस्क ने ट्रंप के ‘बिग ब्यूटीफुल’ टैक्स बिल की खुलकर आलोचना की थी। मस्क ने एक्स पर लिखा कि उनका विशेष सरकारी कर्मचारी के रूप में निर्धारित समय समाप्त हो रहा है। वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को व्यर्थ व्यय को कम करने के अवसर के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। यह मिशन समय के साथ और मजबूत होगा। यह आने वाली सरकारों में जीवन का एक तरीका बन जाएगा। सनद रहे राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान दोनों के बीच अच्छे संबंध बने। मस्क ने ट्रंप की उम्मीदवारी का समर्थन ही नहीं किया बल्कि 25 करोड़ डॉलर का योगदान दिया। संयुक्त राज्य अमेरिका के इस घटनाक्रम से राष्ट्रपति और दुनिया के सबसे अमीर आदमी के बीच गठबंधन की गांठ इतनी जल्द छूट जाएगी, इसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।