कोलकाता, 11 नवंबर। पश्चिम बंगाल में हो रहे उपचुनावों के बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार को अशोक स्तंभ पर की गई टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस भेजा है। इस नोटिस के अनुसार, उन्हें सोमवार रात आठ बजे तक अपना जवाब प्रस्तुत करना होगा।

गुरुवार को तालडांगरा में एक चुनावी रैली के दौरान सुकांत मजूमदार ने पुलिस पर तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि पुलिस को अपनी टोपी से अशोक स्तंभ हटा लेना चाहिए और उसकी जगह तृणमूल कांग्रेस के ‘हवाई चप्पल’ के प्रतीक को लगा लेना चाहिए। उनके इस बयान पर तृणमूल कांग्रेस ने आपत्ति जताई और इसकी शिकायत चुनाव आयोग में दर्ज कराई।

इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए सुकांत मजूमदार ने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं और इसे गलत नहीं मानते। उन्होंने कहा, “मैं चुनाव आयोग को जवाब दूंगा। मैंने जो कहा, वह सत्य है। पुलिस का शासक दल के लिए काम करना अस्वीकार्य है, और इसका विरोध होना चाहिए।”

इस मामले में शनिवार को तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी के नेतृत्व में पांच नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली स्थित चुनाव आयोग के कार्यालय गया और सुकांत के बयान को पुलिस और अशोक स्तंभ का अपमान बताते हुए आयोग से कार्रवाई की मांग की। इस प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल के वरिष्ठ सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय, राज्यसभा के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन, कीर्ति आजाद, साकेत गोखले और सुष्मिता देव भी शामिल थे।

उल्लेखनीय है कि तालडांगरा उपचुनाव का मतदान बुधवार को होना है, और सोमवार को प्रचार का आखिरी दिन है। ऐसे में सुकांत मजूमदार के इस विवादित बयान पर आयोग ने उनसे त्वरित जवाब तलब किया है।