मुर्शिदाबाद, 18 मार्च । जिले के फरक्का ब्लॉक के बेवा-2 ग्राम पंचायत के रामनगर गांव में पेय जल की कमी चल रही है। प्रशासन के विभिन्न स्तरों पर लंबी अपील के बावजूद पर्याप्त पेयजल नहीं मिलने के कारण लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का आह्वान करते हुए सोमवार सुबह गांव की दीवारों पर पोस्टर पाए गए है।

आरोप है कि रविवार रात के अंधेरे में किसी ने गांव के विभिन्न इलाकों में वोट बहिष्कार करने के पोस्टर लगा दिए हैं। मुर्शिदाबाद के फरक्का ब्लॉक मालदा (दक्षिण) लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

रामनगर गांव के निवासी सोहिनी मंडल ने बताया कि सोमवार सुबह हमने गांव के विभिन्न हिस्सों में चुनाव बहिष्कार का आह्वान करने वाले पोस्टर देखे। इन पोस्टरों में गांव में पीने के पानी की कमी और आवास योजना में भ्रष्टाचार के बारे में लिखा था।

उन्होंने शिकायत की, “इस क्षेत्र में सरकारी नल लंबे समय से पर्याप्त पानी नहीं दे रहे हैं। ग्राम पंचायत प्रमुख से लेकर स्थानीय पंचायत सदस्यों तक हर कोई जल संकट के बारे में जानता है। गांव में पानी का संकट एक साल से अधिक समय से है लेकिन किसी भी राजनीतिक दल ने हमारी समस्या का समाधान नहीं किया। इसलिए हम वोट बहिष्कार के आह्वान का समर्थन करते हैं।”

फरक्का से तृणमूल विधायक मोनिरुल इस्लाम ने कहा कि जिस गांव में वोट बहिष्कार का आह्वान किया गया है, वहां वामपंथ का एक पंचायत सदस्य है। वह क्षेत्र में कोई काम नहीं करता है और उनका नाम आवास योजना में भ्रष्टाचार में भी शामिल है।

तृणमूल विधायक ने कहा कि राज्य सरकार ने फरक्का की विभिन्न ग्राम पंचायतों में पानी की समस्या को हल करने के लिए पहले ही लगभग 300 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इसमें से बेवा-1 और बेवा-2 ग्राम पंचायतों में जल परियोजनाएं पहले ही शुरू हो चुकी हैं। करीब 150 करोड़ रुपये का काम पूरा होने पर इलाके में पीने के पानी की समस्या खत्म हो जाएगी। तृणमूल विधायक ने ग्रामीणों से चुनाव बहिष्कार के आह्वान से पीछे हटने की अपील की।