
काठमांडू, 24 मार्च । नेपाल में पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह के पक्ष में उभरी जनलहर का सामना करने के लिए प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच सर्वदलीय सरकार बनाने की कवायद शुरू की गई है। इसकी पहल स्वयं प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने की है। ओली ने आज प्रमुख विपक्षी नेता और माओवादी के अध्यक्ष पुष्पकमल दहाल प्रचण्ड को चर्चा करने के लिए अपने निवास पर आमंत्रित किया है। ओली ने इस बैठक में सत्तारूढ़ गठबंधन दल के प्रमुख नेता और नेपाली कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शेरबहादुर देउवा को भी आने का निमंत्रण दिया है।
प्रधानमंत्री के प्रमुख राजनीतिक सलाहकार विष्णु रिमाल ने कहा कि आज शाम चार बजे प्रधानमंत्री के सरकारी आवास पर तीनों दल के शीर्ष नेताओं की बैठक होगी। बैठक में वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा होगी।उन्होंने बताया कि पूर्व राजा की गतिविधियां बढ़ने से नेपाल में लोकतंत्र और गणतंत्र खतरे में आ गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रचण्ड पिछले दस दिनों से ओली सरकार और वर्तमान गठबंधन के खिलाफ देशव्यापी अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के आग्रह पर वो रविवार शाम को काठमांडू लौटे। माओवादी पार्टी के प्रवक्ता अग्नि सापकोटा ने बताया कि वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति के बीच सभी दलों का एक होना आवश्यक है। सर्वदलीय सरकार बना कर इस परिस्थिति का सामना करना सभी का कर्तव्य है।
नेपाली कांग्रेस के उपाध्यक्ष पूर्ण बहादुर खड़का ने कहा कि राजतंत्र के समर्थन में बढ़ते जनाधार को रोकने के लिए इस समय सभी दलों का एक होना आवश्यक है। इसके लिए सबसे अच्छा विकल्प सर्वदलीय सरकार का है। आज की बैठक में इस संबंध में कोई न कोई सहमति अवश्य बनेगी।