नई दिल्ली, 09 जनवरी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लैंड फॉर जॉब मामले में आज राऊज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। कोर्ट इस पर 16 जनवरी को विचार करेगा। ईडी ने चार्जशीट में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के अलावा मीसा भारती, हिमा यादव, ह्रदयानंद चौधरी और अमित कात्याल को आरोपित बनाया है।
राऊज एवेन्यू कोर्ट ने ईडी को चार्जशीट की ई-कॉपी भी दाखिल करने का निर्देश दिया है। ईडी हाल ही में अमित कात्याल को गिरफ्तार कर चुकी है। लैंड फॉर जॉब मामले में ईडी से पहले सीबीआई ने केस दर्ज किया था। सीबीआई का मामला भी इसी कोर्ट में विचाराधीन है। सीबीआई से संबद्ध मामले में कोर्ट ने चार अक्टूबर, 2023 को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को जमानत प्रदान की थी। कोर्ट ने 22 सितंबर, 2023 को सीबीआई की ओर से दाखिल दूसरी चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। तीन जुलाई, 2023 को सीबीआई ने पूरक चार्जशीट दाखिल की थी।
कोर्ट ने 27 फरवरी, 2023 को इन तीनों समेत सभी आरोपितों के खिलाफ दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। इससे पहले सात अक्टूबर, 2022 को लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव , राबड़ी देवी और मीसा भारती समेत 16 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था।
लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में सीबीआई ने भोला यादव और हृदयानंद चौधरी को गिरफ्तार किया था। भोला यादव 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएसडी रहे थे। लैंड फॉर जॉब घोटाला लालू यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान का है। भोला यादव को ही इस घोटाले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन देने के लिए कहा जाता था। नौकरी के बदले जमीन देने के काम को अंजाम देने का काम भोला यादव को सौंपा गया था।
भोला यादव 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बहादुरपुर सीट से जीते थे। सीबीआई ने मई के तीसरे सप्ताह में इस मामले में लालू यादव के परिजनों से जुड़े 17 ठिकानों पर छापा मारा था। सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकानों पर दबिश दी थी।