
पटना, 16 जुलाई । बिहार में बीते तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर में डंगरा नदी पर बना डायवर्जन पानी के तेज बहाव में बहा गया। जबकि गयाजी जिले का शेरघाटी और बोधगया बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। गयाजी की लगभग सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। दर्जनों गांव पानी में डूब गए हैं।
मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर प्रखंड अंतर्गत हवेली खड़गपुर-तारापुर मुख्य मार्ग पर स्थित कच्ची मोड़ के पास डंगरी नदी में बुधवार को तेज पानी का बहाव शुरू हो गया। तेज बहाव के कारण नदी पर बन रहे पुल के बगल में बनाया गया अस्थायी डायवर्जन पानी का दबाव नहीं झेल सका और बह गया। डायवर्जन बह जाने की वजह से खड़गपुर-तारापुर मुख्य मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है, लगभग एक लाख से अधिक की आबादी को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
दूसरी ओर गयाजी जिले में मौसम ने एक बार फिर से खतरे की घंटी बजा दी है। लगातार बारिश के चलते फल्गु और निरंजना नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि फल्गु नदी का पानी खतरे के निशान को पार करते हुए हाई फ्लड लेवल से भी ऊपर पहुंच गया है। प्रशासन अलर्ट पर है और निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका गहराने लगी है।
गया जिले में नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है।
गयाजी के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों और अंचल अधिकारियों (सीओ) को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है, खासकर उन क्षेत्रों में जो नदियों के किनारे बसे हैं।
गयाजी से होकर बहने वाली फल्गु नदी का हाई लेवल 112.36 मीटर है, लेकिन आज सुबह 9 बजे तक इसका जलस्तर 112.86 मीटर तक बढ़ गया है। बाढ़ नियंत्रण और पेय विभाग के (फ्लड कंट्रोल एंड ड्रिंकिंग डिवीजन) गयाजी के अभियंता ने बताया कि विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है और नदी के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
इस बार सबसे अधिक शेरघाटी और बोधगया प्रखंड में नदी के किनारे बसे गांव प्रभावित हुए हैं। शेरघाटी के महमदपुर गांव के लोगों की जिंदगी खत्म होने से बाल बाल बची है, स्थिति ऐसी है कि बोधगया के बतसपुर गांव में एसडीआरएफ की टीम को उतरना पड़ गया है।
दरअसल, शेरघाटी प्रखंड के महमदपुर गांव सहित कई इलाकों में बाढ़ ने कहर मचाया है। यहां बुढ़िया और मोरहर नदियों में जलस्तर अचानक बढ़ने से 25 लोग नदी के बीच फंस गए, जिन्हें जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले की अधिकांश नदियां अपने अधिकतम जलस्तर से 50-60 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं।