पूर्वी सिंहभूम, 1 अगस्त ।  दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से संबलपुर और बिलासपुर रेल मंडलों में रेलवे के विकास कार्य को मजबूत करने के लिए व्यापक कार्य किए जा रहे हैं। इस कारण अगस्त माह में अनेक ट्रेनों का संचालन आंशिक रूप से रद्द, मार्ग परिवर्तन या अल्प दूरी तक सीमित किया गया है। इस निर्णय से टाटानगर से होकर गुजरने वाली प्रमुख ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित होगा, जिससे यात्रियों को अपनी यात्रा योजना में बदलाव करना पड़ सकता है।

संबलपुर रेल मंडल में ट्रैक मरम्मत और सिग्नलिंग कार्यों के चलते शालीमार-संबलपुर रूट की कई एक्सप्रेस गाड़ियां निर्धारित तिथियों पर रद्द कर दी गई हैं। 20832 संबलपुर-शालीमार एक्सप्रेस 7, 10, 12 और 14 अगस्त को रद्द रहेगी, जबकि 20831 शालीमार-संबलपुर एक्सप्रेस 8, 11, 13 और 15 अगस्त को नहीं चलेगी। इसी प्रकार 22803/22804 शालीमार-संबलपुर एक्सप्रेस 8, 9, 15 और 16 अगस्त को और विशाखापट्टनम-बनारस एक्सप्रेस (18523/18524) 10 से 14 अगस्त के बीच के दिनों में नहीं चलेगी।

कुछ ट्रेनों को रेंगाली स्टेशन पर आंशिक रूप से समाप्त या प्रारंभ किया जाएगा। संबलपुर-गोरखपुर एक्सप्रेस (15027) को 8 से 15 अगस्त और गोरखपुर-संबलपुर एक्सप्रेस (15028) को 6 से 13 अगस्त तक रेंगाली तक ही संचालित किया जाएगा। जम्मू तवी-संबलपुर एक्सप्रेस (18309/18310) को भी 10, 11, 12 और 14 अगस्त को रेंगाली से शुरू या समाप्त किया जाएगा। इसके साथ ही संबलपुर-जमशेदपुर के बीच चलने वाली कई लोकल मेमू सेवाओं को संबलपुर सिटी तक सीमित कर दिया गया है।

उधर बिलासपुर रेल मंडल में 23 से 27 अगस्त के बीच ट्रैक सुधार कार्य के कारण टाटानगर-बिलासपुर एक्सप्रेस (18113/18114) दोनों दिशा में रद्द रहेगी। इसके अतिरिक्त मुंबई, पुणे, हाटिया, उदयपुर, गया, शालीमार, राउरकेला और रक्सौल जाने वाली लंबी दूरी की गाड़ियों का परिचालन या तो मार्ग परिवर्तित किया गया है या उन्हें कुछ दिनों के लिए रद्द कर दिया गया है। संतरागाछी-पुणे और पुणे-संतरागाछी एक्सप्रेस क्रमशः 23 और 25 अगस्त को झारसुगुड़ा-टिटलागढ़-ललितपुर-रायपुर के वैकल्पिक मार्ग से चलेंगी।

शुक्रवार को रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा से पहले संबंधित ट्रेन की स्थिति की जानकारी रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट, सोशल मीडिया या हेल्पलाइन से अवश्य प्राप्त कर लें। असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हुए रेलवे ने स्पष्ट किया है कि यह परिवर्तन यात्रियों की दीर्घकालिक सुविधा और ट्रेनों की समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।