कोलकाता, 18 अप्रैल । अपने उत्तर बंगाल दौरे पर चुनाव आयोग की ओर से रोक लगाए जाने को लेकर राज्यपाल डॉक्टर सी.वी. आनंद बोस ने सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि राज्यपाल होने के नाते संवैधानिक तौर पर मेरे दौरे को रोकने का अधिकार किसी को भी नहीं है। हालांकि उन्होंने यह साफ कर दिया है कि वह उत्तर बंगाल नहीं जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वह किसी राजनीतिक विवाद में नहीं पड़ना चाहते इसलिए अपना उत्तर बंगाल का दौरा रद्द कर रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि संविधान के तहत उन्हें आने-जाने की इजाजत मिली हुई है। गवर्नर ने कहा कि मेरी प्राथमिकता बंगाल के लोगों के साथ रहना है। मेरा ध्यान राज्य में हिंसा के खिलाफ लड़ना है, खासकर चुनाव के दौरान। मेरा दौरा इसी मकसद के लिए है, लेकिन गवर्नर के कार्यालय का राजनीतिकरण करने की कोशिश हो रही है। मैं किसी को भी गवर्नर के पद की गरिमा कम नहीं करने दूंगा।
आनंद बोस ने आगे कहा कि मैं किसी को भी राजनीतिक शतरंज की बिसात पर मुझे मोहरे के रूप में इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दूंगा। संविधान के तहत कोई भी गवर्नर की आवाजाही पर रोक नहीं लगा सकता है। हालांकि, मैं राजनीतिक विवाद में शामिल नहीं होना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मैं लोगों के लिए ईमेल और फोन के माध्यम से 24 घंटे उपलब्ध हूं। राजनीतिक विवाद को देखते हुए मैं आज अपनी उत्तर बंगाल की यात्रा रद्द कर रहा हूं।