
खूंटी, 25 मई । आईसीआईसीआई बैंक के एक अधिकारी के घर पर घरेलू नौकर के रूप में काम कर रहा मनीष कुमार राय धीरे-धीरे घर में रखे कीमती जेवरातों की चोरी करता रहा और उन्हें खूंटी शहर के मां लक्ष्मी ज्वेलर्स में बेचता रहा। यह चोरी की वारदात तो मई को हुई थी, लेकिन बैंक अधिकारी को इसकी भनक 20 दिन बाद 23 मई को लगी। इसके बाद उन्होंने खूंटी थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्परता से कार्रवाई की और आरोपित मनीष कुमार राय को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपित ने चोरी की बात कबूल की, जिसके आधार पर पुलिस ने चोरी गए सामान में से कुछ बरामद किया है। इसमें सोने के कान के टॉप्स का कैप, सोना-चांदी रखने का डब्बा, एक थैला और ज्वेलर्स की दुकान से जुड़ा बिल शामिल है। खूंटी थाने में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसडीपीओ वरुण रजक ने बताया कि मनीष कुमार राय मूल रूप से अड़की थाना क्षेत्र के सेरेंगहातु गांव का निवासी है और वर्तमान में खूंटी के बड़ाईकटोली में किराए के मकान में रह रहा था। बैंक अधिकारी के घर में वह झाड़ू-पोछा, बर्तन मांजने जैसे घरेलू कार्य करता था और उस पर पूरा विश्वास किया जाता था। लेकिन इसी विश्वास का फायदा उठाकर उसने चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
एसडीपीओ ने यह भी बताया कि कांड का अनुसंधान जारी रखते हुए मां लक्ष्मी ज्वेलर्स, खूंटी के मालिक की तलाश की जा रही है, जिन्होंने चोरी का माल खरीदा। पुलिस को शक है कि मनीष एक शातिर चोर है और उससे पूछताछ में अन्य चोरियों का भी खुलासा हो सकता है। इस मामले के खुलासे और आरोपित की गिरफ्तारी में एसडीपीओ वरुण रजक, थाना प्रभारी मोहन कुमार, चंदन कुमार, एसआईआरबी-2 टीम और थाना सशस्त्र बल के जवानों की अहम भूमिका रही।