घरेलू कोयला आधारित बिजली उत्पादन 8 फीसदी बढ़कर 780 अरब यूनिट पहुंचा
नई दिल्ली, 23 दिसंबर। देश कोयला के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है। घरेलू कोयला आधारित बिजली घरों से विद्युत का उत्पादन चालू वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-नवंबर अवधि के दौरान 8.38 फीसदी बढ़कर 779.1 अरब यूनिट रहा है।
कोयला मंत्रालय ने शनिवार को जारी एक बयान में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-नवंबर अवधि के दौरान घरेलू कोयला आधारित बिजली घरों से विद्युत का उत्पादन 8.38 फीसदी बढ़कर 779.1 अरब यूनिट रहा। पिछले साल इसी अवधि में घरेलू कोयला आधारित बिजली घरों से विद्युत उत्पादन 718.83 अरब यूनिट रहा था। देश में बिजली का उत्पादन भी इस दौरान 7.71 फीसदी बढ़ा है।
मंत्रालय के मुताबिक कुल मिलाकर देश में कोयला आधारित बिजली घरों (आयातित कोयला मिलाकर) का बिजली उत्पादन चालू वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-नवंबर अवधि के दौरान सालाना आधार पर 11.19 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है। कोयला मंत्रालय ने इसकी वजह गर्मी का बढ़ना, देश के उत्तरी भाग में मानसून में देरी के साथ कोरोना महामारी के बाद वाणिज्यिक गतिविधियों में तेजी बताया है।
कोयला मंत्रालय ने कहा कि मिश्रण के लिए कोयले का आयात चालू वित्त वर्ष 2023-24 में नवंबर तक 44.28 फीसदी घटकर 1.51 करोड़ टन रहा है। देश में कोयले का आयात तब घटा है, जब इस दौरान बिजली की मांग बढ़ी है। मंत्रालय ने कहा कि यह कोयला उत्पादन में देश के आत्मनिर्भर होने और कोयला आयात में कमी लाने की प्रतिबद्धता को बताता है।