मंडी, 24 जनवरी । हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ जिला मंडी ने रोष जताया है कि सभी चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर सरकार का ध्यान खींचने के लिए 18 जनवरी से कंधों पर काले बिल्ले लगाकर ड्यूटी दे रहे हैं, एक सप्ताह हो गया मगर सरकार व मुख्यमंत्री ने अभी भी चिकित्सकों को वार्ता के लिए नहीं बुलाया जिससे इस वर्ग में लगातार रोष बढ़ता जा रहा है।
बुधवार को जोनल अस्पताल मंडी में संघ की जिला स्तरीय बैठक प्रधान डॉ अमित ठाकुर की अध्यक्षता में हुई जिसमें विभिन्न चिकित्सा खंडों के प्रतिनिधि और जिला कार्यकारिणी समिति के सदस्यों के साथ प्रदेश संघ के महासचिव डॉक्टर विकास ठाकुर भी मौजूद थे।
हैरानी जताई कि पूरे प्रदेश में चिकित्सकों के 150 ग्रेड पे के मानदेय को केवल मंडी जिले में नहीं दिए गए जबकि बाकी जिलों में इसे दे दिया गया। इस बारे में निदेशक स्वास्थ्य व मुख्यमंत्री को भी है मगर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस विसंगति को दूर करने की मांग उठाई गई। विसंगति को शीघ्र दूर किया जाए। जिला प्रधान ने कहा कि मंडी जिला के सभी चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर काले बिल्ले लगाए हुए हैं और प्रदेश संघ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जुड़े हुए हैं। जहां चिकित्सकों के बहुत ही कम प्रमोशन के साथ पद हैं वहीं दूसरी ओर वर्षों से चिकित्सकों की पदोन्नति नहीं हो रही है। पदोन्नति न होने के कारण कुछ मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सेवा विस्तार दे दिया गया है जिसके कारण किसी और योग्य चिकित्सकों का, जिन्होंने वर्षों तक अपनी प्रमोशन का इंतजार किया होता है उन्हें प्रमोशन से भी वंचित रखा जा रहा है। इस तरह किसी की प्रमोशन का हक चुनकर किसी अन्य व्यक्ति विशेष को देना न्यायसंगत भी नही है।
इस संदर्भ में चिकित्सकों को दिया जाने वाला एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन स्कीम भी बंद कर दी गई है। संघ की मांग है कि केंद्र सरकार की तर्ज पर डायनेमिक करियर प्रोग्रेशन स्कीम के तहत लागू किया जाए।