कोलकाता, 10 अगस्त। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर की हत्या पर मचे हंगामे के बीच कहा कि आरोपित को यदि आवश्यक हुआ तो फांसी पर लटकाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने मामले को फास्ट-ट्रैक अदालत में ले जाने का निर्देश दिया है।

यह घटना शुक्रवार को घटी,  महिला डॉक्टर का शव राज्य सरकार द्वारा संचालित आर.जी. कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में पाया गया। इसके बाद, जूनियर डॉक्टरों ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।

मुख्यमंत्री बनर्जी ने इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया और दावा किया कि गिरफ्तार किया गया आरोपित अस्पताल में काम करता था। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रशिक्षु डॉक्टर के परिवार से बात की और उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।

बनर्जी ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और घृणित है। मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति जैसा लगता है। डॉक्टरों का गुस्सा और उनकी मांग उचित है। मैं इसे समर्थन देती हूं। पुलिस ने भी उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया है। मैंने मामले को फास्ट-ट्रैक अदालत में ले जाने का निर्देश दिया है। अगर ज़रूरत पड़ी, तो आरोपित को फांसी पर लटकाया जाएगा। उन्हें सबसे सख्त सजा मिलनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने विरोध कर रहे डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे इलाज जारी रखें और अपने विरोध को भी जारी रखें।

बनर्जी ने कहा कि यह अस्पताल के अधीक्षक की भी ज़िम्मेदारी है, और किसी भी तरह की लापरवाही की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि वह पुलिस के संपर्क में हैं और इस मामले की जांच के बारे में अद्यतन जानकारी प्राप्त कर रही हैं।

जब उनसे पूछा गया कि क्या पीड़िता के परिवार ने केंद्रीय एजेंसी से जांच की मांग की है, तो उन्होंने जवाब दिया, “हमें कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। पुलिस आयुक्त अस्पताल में थे और वे मुझसे संपर्क में थे। मैं स्पष्ट रूप से कह रही हूं कि ऐसी सजा दी जाएगी जो उदाहरण बनेगा।

चार पृष्ठ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि महिला डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट्स से खून बह रहा था और उसके शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट के निशान थे।”

रिपोर्ट में कहा गया है, “उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था, चेहरे पर चोटें थीं और एक नाखून भी टूट गया था। पीड़िता के प्राइवेट पार्ट्स से भी खून बह रहा था। उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन, दाहिने हाथ, अंगूठी की उंगली और होंठ पर भी चोटें थीं।”

कोलकाता पुलिस अधिकारी के अनुसार, यह घटना सुबह तीन बजे से छह बजे के बीच हुई। कोलकाता पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए होमिसाइड के सदस्यों सहित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित को अस्पताल के कई विभागों में स्वतंत्र रूप से आने-जाने की अनुमति थी। सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा के बाद आरोपित को गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “हमने एक बाहरी व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उसकी गतिविधियां काफी संदिग्ध हैं, और वह अपराध में सीधे तौर पर शामिल लगता है।”