
नई दिल्ली, 12 अगस्त । शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष 2025-26 में अब तक 3.95 फीसदी घटकर 6.64 लाख करोड़ रुपये रहा। कर संग्रह में गिरावट की वजह रिफंड का अधिक होना है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने मंगलवार को आंकड़ों के जरिए बताया कि एक अप्रैल से 11 अगस्त के बीच सकल संग्रह (रिफंड से पहले) 1.87 फीसदी घटकर 7.99 लाख करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 8.14 लाख करोड़ रुपये था। इस दौरान शुद्ध कंपनी कर संग्रह लगभग 2.29 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि गैर-कंपनी कर (जिसमें व्यक्ति, हिंदू अविभाजित परिवार और कंपनी शामिल हैं) संग्रह 4.12 लाख करोड़ रुपये रहा। आंकड़ों के अनुसार, एक अप्रैल से 11 अगस्त के बीच प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) संग्रह 22,362 करोड़ रुपये रहा।
सरकार का चालू वित्त वर्ष 2025-26 में प्रत्यक्ष कर संग्रह 25.20 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जो सालाना आधार पर 12.7 फीसदी अधिक है। सरकार का लक्ष्य वित्त वर्ष 2025-26 में एसटीटी से 78,000 करोड़ रुपये एकत्र करना है। प्रत्यक्ष कर में कंपनियों, व्यक्तियों, पेशेवरों और अन्य संस्थाओं की आय पर कर शामिल हैं।