सनातनी चातुर्मास: विसर्जन की पूर्व संध्या सजेगी भक्तिगीतों से
उदयपुर, 24 नवम्बर। उदयपुर के बलीचा स्थित राजराजेश्वर बड़बड़ेश्वर महादेव मंदिर परिसर में चल रहे दिगम्बर खुशाल भारती महाराज के सनातनी चातुर्मास का विसर्जन 27 नवम्बर को होगा। लोकतंत्र के महापर्व के कारण जो विसर्जन 25 नवम्बर को होने वाला था, उसे दो दिन आगे बढ़ाया गया है। विशेष अनुष्ठान होंगे, साथ ही पूर्व संध्या भक्तिगीतों से सजेगी।
सर्व समाज सनातनी चातुर्मास सेवा समिति के मीडिया संयोजक मनोज जोशी ने बताया कि पंचायती निरंजनी अखाड़ा मढ़ी मनमुकुंद के दिगम्बर खुशाल भारती महाराज के सान्निध्य में चल रहे इस चातुर्मास के विसर्जन की पूर्व संध्या पर 26 नवम्बर को भजन गायक नरेश प्रजापत, सुरेश गहलोत, अनंत लोहार, पिंकी गहलोत व त्रिशा सुथार भजनों की प्रस्तुतियां देंगे। मंच संचालन विनायक जोशी करेंगे। चातुर्मास महाकाल सर्व समाज सेवा समिति राजस्थान एवं सनातनी हिन्दू संगठन उदयपुर के संयोजन में होने वाली यह भजन संध्या शाम 7 बजे से शुरू होगी।
जोशी ने बताया कि 26 व 27 नवम्बर को यहां मिनी कुम्भ मेले सा माहौल होगा। 26 को भजन संध्या भी होगी। 27 नवम्बर को विशाल नगर भण्डारे के साथ ही साधु-संन्यासियों, संत-महंतों, स्थानधारियों और मेवाड़ मंडल के साधु-संतों को पंचायती निरंजनी अखाड़ा की परम्परानुसार विदाई प्रदान की जाएगी। विशाल नगर भण्डारे की व्यवस्थाओं के लिए महाकाल की नगरी उज्जयिनी से हलवाइयों का दल उदयपुर पहुंच चुका है। बाहर से पधार रहे साधु-संतों के ठहरने के लिए यज्ञशाला के समीप पाण्डाल निर्माण अंतिम चरण में है।
जोशी ने बताया कि यहां चातुर्मास कर रहे दिगम्बर खुशाल भारती महाराज सहित अन्य संतों ने मेवाड़ अंचल के सर्व समाज छत्तीस कौम को विशाल नगर भण्डारे में पधारने का न्यौता दिया है। उन्होंने कहा है कि वे चातुर्मास की मर्यादा के अनुरूप विसर्जन से पूर्व स्थान नहीं छोड़ सकते, अन्यथा वे और उनका संत मण्डल सभी नगर-गांव-ढाणियों में न्यौता देने पहुंचते।
जोशी ने बताया कि चातुर्मास समिति के प्रमुख सदस्य हिमांशु बंसल, हर्षिल जोशी, महेश चाष्टा, गजेन्द्र खालसा, भानुप्रताप सिंह ताणा आदि की शुक्रवार को हुई बैठक में व्यवस्थाओं की रूपरेखा तय की।
मतदान का आह्वान
दिगम्बर खुशाल भारती महाराज ने मतदान दिवस 25 नवम्बर पर अधिक से अधिक मतदान का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि मतदान हमारा अधिकार ही नहीं, बल्कि कर्तव्य भी है। उन्होंने सर्व समाज से लोकतंत्र के महायज्ञ में मतदान रूपी आहुति अवश्य अर्पित करने का आह्वान किया है।