कोलकाता, 01 मई । कोलकाता के बड़ा बाजार स्थित मछुआ इलाके में एक होटल में भीषण आग की घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। कोलकाता पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल की जांच के बाद कई अहम सुराग जुटाए हैं, जिससे हादसे की असली वजह सामने आने लगी है।

जांचकर्ताओं का प्रारंभिक अनुमान है कि होटल के दूसरे तल्ले पर रखा गया प्लाईवुड, बिजली के तार, रंग और अन्य रासायनिक सामग्री आग को फैलाने में बड़ी वजह बने। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि होटल के दूसरे तल्ले पर न सिर्फ कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था, बल्कि वहीं पर काम करने वाले मजदूर अपने लिए खाना भी बनाते थे। सूत्रों के मुताबिक, यही रसोई स्थान आग की संभावित शुरुआत का केंद्र हो सकता है। जांच के दौरान वहां से एक जला हुआ गैस सिलेंडर भी बरामद हुआ है, जिससे इस आशंका को बल मिला है।

होटल के सामने की दुकान के कर्मचारियों ने भी पुष्टि की कि निर्माण कार्य में लगे लोग अक्सर वहीं पर रसोई बना लिया करते थे। दूसरी ओर, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं आग बिजली के उपकरणों से तो नहीं लगी। कंस्ट्रक्शन साइट पर कई बिजली के उपकरण मौजूद थे, जिनसे आग फैलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

दूसरे तल्ले पर बड़ी मात्रा में रंग, प्लाईवुड और अन्य ज्वलनशील सामग्री रखी गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की सामग्री में आग लगने पर घना और जहरीला धुआं निकलता है। इसी धुएं ने ऊपर की मंजिलों में तेजी से फैलकर लोगों की जान ले ली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ हुआ है कि ज्यादातर मौतें दम घुटने से हुई हैं, जलने के कोई निशान नहीं मिले। एक मृतक की मौत ऊंचाई से कूदने के कारण हुई।

हादसे में होटल का अग्निशमन सिस्टम भी पूरी तरह फेल हो गया। जानकारी के मुताबिक, होटल की फायर सेफ्टी मंजूरी तीन साल पहले ही खत्म हो चुकी थी और उसके बाद भी होटल का संचालन जारी था। पुलिस ने होटल के मालिक और मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे यह भयावह हादसा हुआ। इस अग्निकांड में दो बच्चों समेत 14 लोगों की जान चली गई, जिससे इलाके में मातम पसरा हुआ है। पुलिस अब हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच आगे बढ़ा रही है ताकि इस दर्दनाक हादसे की सच्चाई सामने लाई जा सके।