खूंटी, 14 मई । उपायुक्त लोकेश मिश्रा के निर्देश पर आदिवासियों के सशक्तीकरण के लिए केंद्र सरकार की नई महत्वाकांक्षी योजना धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ बुधवार को भगवान बिरसा मुंडा की कर्मभूमि खूंटी में हुआ।

अभियान को सफल बनाने के निमित समेकित जनजातीय विकास अभिकरण के तत्वावधान में समाहरणालय के सभाकक्ष में बुधवार को जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला एवं जिला स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ डीडीसी श्याम नारायण राम, निदेशक आइटीडीए आलोक शिकारी कच्छप सहित अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया।

मौके पर डीडीसी ने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान झारखंड क्षेत्र से उलगुलान का बिगुल फूंकने वाले भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर आरंभ धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जनजातीय बहुल क्षेत्र खूंटी के लिए हर्ष एवं गर्व की बात है। यह योजना वर्ष 2029 तक संचालित की जाएगी। उन्होंने अभियान के लक्ष्य एवं उद्देश्य की जानकारी देते हुए कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उद्देश्य सामाजिक बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका में व्याप्त अंतर को समाप्त करके जनजातीय क्षेत्रों और समुदायों का समग्र और सतत विकास करना है।

उन्होंने कहा कि इस योजना में जिला अंतर्गत विभिन्न विभागों की ओर से संचालित आदिवासी विकास की तमाम योजनाएं समाहित है। उन्होंने उक्त योजना के सफल संचालन और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य योजना तैयार कर सभी विभागों के पदाधिकारियों से आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत सभी जनजातीय परिवारों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए कौशल विकास, उद्यमिता संवर्धन और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जाना है। सभी पात्र जनजातीय परिवारों को पक्का घर उपलब्ध कराया जाएगा और उनके गांवों में सड़क, पानी, बिजली जैसी बुनियादी सेवाओं का विस्तार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकारी आवासीय विद्यालयों और छात्रावासों के बुनियादी ढांचे में सुधार, स्थानीय शैक्षिक संसाधनों को विकसित एवं नामांकन करने और उसे बनाए रखने को बढ़ावा देने के लिए पीएम-श्री स्कूलों की तर्ज पर उन्नयन के लिए छात्रावासों, आदिवासी स्कूलों, सरकारी आवासीय विद्यालयों के बुनियादी ढांचे में सुधार करना उक्त अभियान का उद्देश्य है।

कार्यशाला में परियोजना निदेशक, आईटीए आलोक शिकारी कच्छप ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत संचालित किये जाने विविध कार्यां की जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना के लाभ को एक अभियान की तरह जन-जन तक पहुंचाने का लक्ष्य सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने बताया कि उक्त अभियान के तहत जिला के सभी प्रखंडों के 403 गावों में रहने वाले 52,732 जनजातीय परिवारों को लाभ देने का लक्ष्य निधार्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय की ओर से स्वदेश दर्शन योजनांतर्गत गृह-प्रवास इकाइयों को प्रोत्साहित किया जाना है।