
उत्तरकाशी, 08 अगस्त। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के धराली आपदा के चौथे दिन शुक्रवार सुबह कुल 80 लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से आईटीबीपी मातली हेलीपैड पर पहुंचाया गया। जहां से सभी लोगों को उनके गंतव्य तक सुविधानुसार भेजा जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड जीरो पर राहत और बचाव दलों के साथ मौजूद हैं।
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से बताया गया कि शुक्रवार सुबह से यूकाडा के हेलीकॉप्टर फंसे हुए लोगों को निकालने के अलावा उपकरणों और खाद्य सामग्री को प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाने में जुटे हैं। सुबह साढ़े नौ बजे यूकाडा के 39 हेलीकॉप्टरों की सार्टी हुई, जिसमें 33 लोगों को मातली से हर्षिल पहुंचाया गया, जिसमें 03 स्नाइफर डॉग्स और खाद्य सामग्री भेजी गई। वहीं, हर्षिल से कुल 67 लोगों को मातली लाया गया। मातली से नेलांग खाद्य सामग्री भेजी गई है।
एसडीआरएफ की ओर से उत्तरकाशी जनपद के हर्षिल एवं धराली आपदा क्षेत्र की ड्रोन विशेषज्ञ टीम ने हवाई निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त धराली के आपदा प्रभावित क्षेत्र का भी ड्रोन से हवाई सर्वेक्षण किया गया। यह सर्वेक्षण उन दुर्गम क्षेत्रों में किया गया जहां भूस्खलन व मलबा आने के कारण जमीनी पहुंच अत्यंत कठिन है। प्रभावित क्षेत्र में किसी व्यक्ति के फंसे होने अथवा लापता व्यक्तियों की मौजूदगी की संभावना के दृष्टिगत एसडीआरएफ टीम ड्रोन कैमरों की सहायता से क्षेत्र की सर्चिंग की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड जीरो पर राहत और बचाव दलों के साथ मौजूद हैं। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य को लेकर आज डीजी आईटीबीपी, डीजी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, भारत एवं डीजीपी उत्तराखंड पुलिस के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। इस दौरान रेस्क्यू अभियान की प्रगति, ज़मीनी चुनौतियों और आपसी समन्वय को और मज़बूत बनाने पर चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री रमेश कुमार सुधांशु, सचिव गृह शैलेश बगौली राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र में राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी और समन्वय कर रहे हैं। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी के साथ उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विभिन्न विशेषज्ञ उपस्थित हैं।
सचिव, नागरिक उड्डयन सचिन कुर्वे की ओर से सहस्त्रधसारा हैलीपैड से हेली आपरेशन के लिए यूकाडा और एयरफोर्स से समन्वय के साथ ही हेली आपरेशंस में आने वाली समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।