पश्चिम सिंहभूम, 22 अगस्त।  नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से बालू खनन और परिवहन पर रोक लगी होने के बावजूद पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित जगन्नाथपुर प्रखंड के गुमुरिया और मुंडाई पंचायतों में बालू का अवैध परिवहन जोर-शोर से जारी है। ट्रैक्टर और हाइवा से रोजाना भारी मात्रा में बालू की ढुलाई की जा रही है।

इस संबंध में झारखंड के पूर्व मंत्री और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गागराई ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि बालू का अवैध परिवहन रोज रात करीब दो बजे से शुरू हो जाता है, जो पूरी रात चलता है। गागराई ने सवाल उठाया कि जब वैध रूप से नदी से बालू की उठाव पर रोक है, तो फिर यह बालू कहां से आ रहा है?

उन्होंने आशंका जताई कि यह संभव है कि खनन विभाग की ओर से पहले जब्त किए गए बालू को ही चुपचाप बाजार में खपाया जा रहा हो।

उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि माइनिंग विभाग और स्थानीय पुलिस मिलकर बालू माफियाओं को संरक्षण दे रहे हैं, जिससे दोनों विभागों को भारी आर्थिक लाभ हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अभी डेढ़ दो महीना पहले रात्रि में बालू उठाने के दौरान  एक नाबालिग लड़की की ट्रैक्टर और बालू के बीच दब जाने से मृत्यु हो गई थी उस केस को  रफा दफा कर दिया गया।

पूर्व मंत्री ने कहा कि क्षेत्र में खुलेआम हो रहे इस अवैध कारोबार के बावजूद प्रशासन पूरी तरह मौन है। उन्होंने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने और अवैध बालू कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि रात के समय बड़ी संख्या में ट्रैक्टर और हाइवा गाड़ियों की आवाजाही होती है, जिससे ना सिर्फ सड़कों को नुकसान हो रहा है बल्कि इलाके में शांति व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों में इस बात को लेकर रोष है कि प्रशासनिक तंत्र मूकदर्शक बना हुआ है।

गागराई ने इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार और खनन विभाग से भी हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो भाजपा सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।