पूर्वी सिंहभूम, 20 जून । पूर्वी सिंहभूम जिला में लगातार भारी वर्षा के कारण स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। शुक्रवार सुबह 10 बजे तक स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर 123.20 मीटर (खतरा स्तर: 121.50 मीटर) और खरकई नदी का जलस्तर 129 मीटर (खतरा स्तर: 129 मीटर) दर्ज किया गया है। ऐसे में प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।

इसी क्रम में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने शहर के जलजमाव प्रभावित क्षेत्रों, डूब क्षेत्रों तथा राहत शिविरों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कदमा, शास्त्रीनगर, दोमुहानी, मानगो के शंकोसाई सहित कई इलाकों में जाकर स्थानीय लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी टीमों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

उपायुक्त ने बागुनहातु स्थित राहत शिविर का भी दौरा किया और वहां ठहरे लोगों से बातचीत की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत शिविरों में पेयजल, भोजन, शौचालय, बिजली, साफ-सफाई सहित सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। विशेष रूप से बच्चों, महिलाओं एवं वृद्धों की देखभाल में किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।

इसके अलावा उपायुक्त ने नालों की सफाई, जल निकासी और पानी की रुकावट की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि स्वर्णरेखा और खरकई नदियों के जलस्तर पर 24 घंटे निगरानी रखी जाए और खतरे की स्थिति में तत्काल अलर्ट जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए।

प्रशासन ने सभी आपदा प्रबंधन एजेंसियों को राहत सामग्री, नाव, मोटरबोट, लाइफ जैकेट, सर्चलाइट जैसी आवश्यक व्यवस्थाएं तत्पर रखने के निर्देश दिए हैं।

प्रशासन की नागरिकों से अपील

उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। किसी भी आपात स्थिति में जिला कंट्रोल रूम के नंबर 0657-2431028 पर संपर्क किया जा सकता है।

निरीक्षण के दौरान अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद, जेएनएसी के उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार, मानगो नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त अरविंद अग्रवाल, जुस्को और स्वर्णरेखा परियोजना के अभियंता सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।