कोलकाता 28 मई।  कंसर्न फॉर कलकत्ता और कलकत्ता सिटिजन्स इनिशिएटिव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य से डांस बार सहित सभी अन्य बार लाइसेंस रखने वाले रेस्तरां के संचालन को रात 11.30 बजे तक सीमित करने का आग्रह किया है और इसके लिए सख्त नियम लागू करने की अपील की है।
एनजीओ के प्रवक्ता और सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष नारायण जैन ने शराब बिक्री करने के घंटों को सीमित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। जैन ने कहा कि डांस बार तथा बार-लाइसेंस प्राप्त रेस्तरांओं द्वारा रात 11:30 बजे के बाद शराब उपलब्ध कराना अवैध है।

जैन ने कहा कि लगभग पूरी रात शराब की बिक्री  अनियंत्रित व्यवहार, नशे में गाड़ी चलाने और महिलाओं के उत्पीड़न का कारण बन सकती है।  संगठन ने सार्वजनिक सुरक्षा, महिलाओं के खिलाफ अपराध और अग्नि सुरक्षा मानदंडों के उल्लंघन पर बढ़ती चिंताओं को उजागर किया।
जैन ने  कोलकाता नगर निगम के मेयर द्वारा छतों पर बार पर प्रतिबंध लगाने के लिए हाल ही में की गई कार्रवाई की सराहना की, तथा आग्रह किया कि यह प्रतिबंध पहली मंजिल से ऊपर की सभी मंजिलों पर लागू किया जाना चाहिए।
कंसर्न फॉर कलकत्ता के अध्यक्ष ओ.पी. झुनझुनवाला ने कहा कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 47 के तहत राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत हैं, जिसमें कहा गया है कि राज्य को शराब और नशीली दवाओं के नशे पर रोक लगाने का प्रयास करना चाहिए। निर्देशक सिद्धांतों के 75 साल बीत जाने के बावजूद, राज्य सरकार आज तक इन सिद्धांतों को लागू करने में विफल रही है।

एनजीओ के वरिष्ठ सदस्य डी. सी. चौधरी ने हाल ही में रितु राज होटल में लगी आग को शराब की दुकानों को ऊंची मंजिलों पर चलाने के खतरों की एक कड़ी याद के रूप में उद्धृत किया, जहां आग से बचने के लिए निकास जैसे सुरक्षा उपाय अक्सर अपर्याप्त या गायब होते हैं और कहा कि पहली मंजिल से ऊपर ऊंची मंजिलों पर ऐसे प्रतिष्ठानों का संचालन गंभीर जोखिम पैदा करता है। एनजीओ ने सरकार से नियमों को सख्ती से लागू करने और बार और डांस बार में शराब बिक्री करने के लिए सभी बार और अन्य रेस्तरां को लाइसेंस जारी करने से परहेज करने का आग्रह किया है।