
कालीगंज, 03 जुलाई। नदिया जिलांतर्गत कालीगंज के मोलांदी गांव में उपचुनाव के बाद भड़की हिंसा को देखते हुए अब वहां स्थायी पुलिस कैंप स्थापित किया जाएगा। उपचुनाव के नतीजे घोषित होते ही तृणमूल कांग्रेस ने विजय उत्सव मनाया था। इसी दौरान बम विस्फोट में 13 वर्षीय तमन्ना खातून की मौत हो गई थी। घटना के बाद गांव से कई ‘सॉकेट बम’ भी बरामद किए गए थे। उसी दिन कृष्णनगर पुलिस ने इलाके में पिकेटिंग की थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अब मोलांदी में स्थायी पुलिस कैंप खोला जा रहा है। अभी तक वहां अस्थायी पुलिस कैंप काम कर रहा था, लेकिन अब एक निर्माणाधीन मकान में स्थायी कैंप स्थापित किया जाएगा। चूंकि मोलांदी गांव कालीगंज थाने से कई किलोमीटर दूर है, इसलिए किसी भी आपात स्थिति में पुलिस को पहुंचने में काफी समय लग जाता था। इसी कारण और गांव में शांति बनाए रखने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।
कृष्णनगर पुलिस जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) उत्तम घोष ने गुरुवार को बताया कि कैंप के लिए एक स्थानीय निवासी का मकान किराए पर लिया गया है। प्रारंभिक रूप से इस कैंप में दो पुलिस अधिकारी, पांच जवान और 10 सिविक वॉलंटियर्स तैनात किए जाएंगे। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चलता रहा, तो आठ या नौ जुलाई तक मोलांदी में इस पुलिस कैंप का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि घटना वाले दिन कालीगंज थाने में 24 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अब तक पुलिस ने मुख्य आरोपित सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि शेष 15 आरोपितों की तलाश में छापेमारी जारी है।