बेंगलुरू, 18 अक्टूबर। मोहम्मद रिजवान द्वारा हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में नमाज पढ़ने और अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में जय श्री राम के नारे लगाने को लेकर उपजे विवाद के बीच पाकिस्तान के पूर्व स्टार स्पिनर दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट में धार्मिक पूर्वाग्रह को उजागर किया है।
दानिश ने एक वीडियो के साथ संलग्न पोस्ट में श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले के दौरान मैदान में इस्लाम के प्रदर्शन के लिए एक पाकिस्तानी खिलाड़ी की आलोचना की। वीडियो में दिखाया गया है कि एक पाकिस्तानी खिलाड़ी तिलकरत्ने दिलशान से कह रहा है कि वह इस्लाम कबूल कर ले, अगर वह ऐसा नहीं करेंगा तो आग में जलकर राख हो जाएगा। पाकिस्तानी खिलाड़ी को यह कहते हुए देखा गया, “अगर आप गैर-मुस्लिम हैं और आप मुस्लिम बन जाते हैं, तो चाहे आप जीवन में कुछ भी करें, आप सीधे स्वर्ग जाएंगे।”
जिस पर दिलशान जवाब देते हैं लेकिन वीडियो में ऑडियो अस्पष्ट है। जवाब में पाकिस्तानी खिलाड़ी कहता है, “तो फिर आग के लिए तैयार रहो।”
इस पर टिप्पणी करते हुए कनेरिया ने कहा, “चाहे वह ड्रेसिंग रूम हो, खेल का मैदान हो या डाइनिंग टेबल, मेरे साथ यह हर दिन होता है।”
एक अन्य पोस्ट में कनेरिया ने क्रिकेट कमेंटेटर वकार यूनिस द्वारा रिज़वान के मैदान में नमाज़ पढ़ने को उचित ठहराने पर सवाल उठाते हुए व्यंग्यात्मक ढंग से कहा, “काफिर हिंदुओं के सामने नमाज़ पढ़ना मैच से अधिक महत्वपूर्ण था। यही समस्या है।”
वकार एक पाकिस्तानी टेलीविजन में कहते देखे गये हैं, “मोहम्मद रिज़वान ने समझदारी से खेला और जो आक्रामकता उन्होंने दिखाई और सबसे अच्छा जो रिज़वान ने किया माशाअल्लाह, जो मैदान में खड़े होकर हिंदुओं के सामने नमाज पढ़ते थे, वह वास्तव में कुछ था ख़ास मेरे लिए।”
कनेरिया ने पाकिस्तान टीम के निदेशक मिकी आर्थर की यह कहने के लिए भी आलोचना की कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम के अंदर के माहौल से ऐसा नहीं लग रहा था कि यह कोई आईसीसी कार्यक्रम है।
आर्थर ने कहा था, “देखिए, अगर मैं कहूं कि ऐसा नहीं हुआ तो मैं झूठ बोलूंगा। ईमानदारी से कहूं तो यह आईसीसी की कोई स्पर्धा नहीं लग रही थी। यह एक द्विपक्षीय सीरीज जैसा लग रहा था, ऐसा लग रहा था कि यह बीसीसीआई की स्पर्धा है मैंने ऐसा नहीं किया।” आज रात माइक्रोफोन पर ‘दिल दिल पाकिस्तान’ बार-बार नहीं सुनाई देगा।”
यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट ने भी आर्थर को उनकी टिप्पणियों के लिए कहा, “यह पूरी तरह से अनावश्यक और गैर-पेशेवर था। यह कुछ ऐसा था जो उनके नियंत्रण से परे था और उन्हें इस बारे में चिंतित होने वाला अंतिम व्यक्ति होना चाहिए। उनका काम परिस्थितियों के बावजूद खिलाड़ियों को प्रेरित करना है। इसका अच्छा प्रभाव नहीं पड़ेगा।” अगर वह इस तरह के बयान देते हैं तो टीम प्रभावित होगी।
कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा आईसीसी के समक्ष औपचारिक विरोध दर्ज कराने के मुद्दे पर भी तीन सवाल पूछे, खासकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पाकिस्तानी टीम को निशाना बनाकर किए गए कथित दुर्व्यवहार पर। उन्होंने सवाल किया कि पाकिस्तानी पत्रकार ज़ैनब अब्बास को भारत और हिंदुओं के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए किसने कहा। किसने मिकी आर्थर को आईसीसी कार्यक्रम को बीसीसीआई कार्यक्रम कहने के लिए कहा। किसने रिज़वान को खेल के मैदान में नमाज पढ़ने के लिए कहा। दूसरों में दोष मत ढूंढो!
कनेरिया ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ विश्व कप मैच में अपने नाबाद 131 रनों को ‘गाजा में भाइयों और बहनों’ को समर्पित करने के लिए भी रिजवान पर हमला बोला।
उन्होंने कहा, “अगली बार अपनी जीत मानवता को समर्पित करें। ईश्वर कभी क्रूरता का समर्थन नहीं करता।”