
रांची, 13 जून । जिले के बुंडू प्रखंड में साथी अभियान के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के निराश्रित बच्चों के चिन्हीकरण के लिए कार्यशाला-सह-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को किया गया।
कार्यक्रम की पांचवीं कड़ी में बुंडू और सोनाहतू प्रखंड को शामिल कर कार्यशाला-सह-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर डालसा सचिव रवि कुमार भास्कर ने कहा कि निराश्रित, जरूरतमंद और असहाय बच्चे जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम है, उन्हें चिन्हित कर समाज में उनका अलग अधार-पहचान बनाना ही साथी अभियान का उद्देश्य है। नालसा की ओर से संचालित साथी अभियान झालसा के निर्देश पर सभी प्रखंडों में चलाया जा रहा है। इस तरह का कार्यक्रम आगे भी किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि प्रखंड के सभी पीएलवी को निर्देश दिया गया है कि वे गांव, कस्बों और मुहल्लों से निराश्रित बच्चों को चिन्हित कर उन्हें सरकार के लाभकारी योजनाओं से जोड़ें। इससे इन बच्चों का आधार-पहचान बनेगा।
एलएडीसी डिप्टी राजेश कुमार सिन्हा ने कहा कि साथी अभियान के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के बेघर, निराश्रित अनाथ बच्चे जो समाज के मुख्यधारा से अलग हो गये हैं, उन्हें चिन्हित कर उनके अधिकार दिलाने का काम डालसा कर रहा रहा है। वैसे बच्चे जिनका आधार नहीं बना है, उन बच्चों को आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। अनाथ बच्चों को डालसा चिन्हित कर रहा है, उन्हें मदद पहुंचाने का काम डालसा कर रहा है।
कार्यक्रम में बुंडू प्रखंड की बीडीओ सावित्री कुमारी, बुंडू प्रखंड के सीओ हंस हेम्ब्रम, पंचायतों से आये मुखिया, विधि के छात्र-छात्राएं मानवी सिंह, आकांक्षा, नवनीत कुमार, विवेक कुमार, अमिता कुमारी, प्रखंड के कर्मचारी, बुंडू प्रखंड की पीएलवी सोनामनी देवी, रूकमनी देवी, मुस्कान कुमारी, सहित अन्य उपस्थित थे।