पश्चिम सिंहभूम, 21 अगस्त ।  महिला कॉलेज चाईबासा स्थित इग्नू स्टडी सेंटर की ओर से सीआरपीएफ 174 बटालियन के जवानों के लिए एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जवानों को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) में उपलब्ध शैक्षिक अवसरों और पाठ्यक्रमों की जानकारी देना था। हाइब्रिड मोड (ऑफलाइन और ऑनलाइन) में आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 450 जवानों ने भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत स्टडी सेंटर की समन्वयक डॉ. सुचिता बाड़ा ने स्वागत भाषण से की और जवानों से इग्नू की शिक्षा प्रणाली का लाभ उठाने की अपील की।

इसके बाद सहायक समन्वयक डॉ. अर्पित सुमन ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से इग्नू की शिक्षा व्यवस्था, पाठ्यक्रम और नामांकन प्रक्रिया पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इग्नू “जन-जन का विश्वविद्यालय” है, जहां हर वर्ग को शिक्षा का समान अवसर मिलता है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जुलाई सत्र के लिए ऑनलाइन नामांकन की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2025 निर्धारित है।

रांची रीजनल सेंटर से वर्चुअल माध्यम से जुड़े सीनियर रीजनल डायरेक्टर डॉ. एस. मोहंती ने इग्नू के विभिन्न सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि इग्नू के पाठ्यक्रम रोजगारोन्मुखी और लचीले हैं, जिनसे सेवा के दौरान भी शिक्षा जारी रखी जा सकती है।

इस अवसर पर 174 बटालियन के कमांडेंट मनोज डंग ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा किसी भी व्यक्ति के लिए जीवन में नई दिशा देने वाली होती है और इग्नू जैसे संस्थान के माध्यम से जवान सेवा काल के साथ-साथ पढ़ाई भी जारी रख सकते हैं। उन्होंने जवानों और अधिकारियों से इग्नू में नामांकन लेने की अपील की।

कार्यक्रम के अंत में इंटरेक्टिव सेशन का आयोजन किया गया, जिसमें जवानों ने अपने सवाल रखे और विशेषज्ञों से समाधान प्राप्त किया। धन्यवाद ज्ञापन सहायक समन्वयक डॉ. प्रशांत कुमार खरे ने किया।

इस मौके पर सीआरपीएफ 174 बटालियन के सेकंड-इन-कमांड, असिस्टेंट कमांडेंट, अन्य पदाधिकारी, जवानों के साथ-साथ इग्नू स्टडी सेंटर 0525 के समन्वयक, सहायक समन्वयक और अन्य स्टाफ सदस्य भी मौजूद रहे।