
कोलकाता, 03 जुलाई। पश्चिम बंगाल में नकली प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारी बनकर करोड़ों रुपये की ठगी के आरोपी शेख जिन्ना अली को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोपित की राज्य सरकार के मंत्रियों और विधायकों के साथ कथित तस्वीरें साझा करते हुए गहन जांच की मांग की है।
शुभेंदु अधिकारी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा है कि प्रसिद्ध ठग शेख जिन्ना अली ने नकली ईडी अफसर बनकर व्यापारियों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। मैं ईडी के उच्चाधिकारियों से अनुरोध करता हूं कि वह इस पूरे मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच करें तथा आरोपित के साथ संबंध रखने वाले सभी प्रभावशाली लोगों को भी जांच के दायरे में लाया जाए।
आगे शुभेंदु ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि “पश्चिम बंगाल में बालू चोरी, कोयला तस्करी, गायों की अवैध तस्करी, नौकरी की बिक्री, बलात्कार, हत्या, और चुनाव लूट के बाद अब नया अध्याय जुड़ा है, नकली ईडी अधिकारी बनकर ठगी करना। यह सब तृणमूल की सरपरस्ती के बिना संभव नहीं। आरोपित को यह हिम्मत सरकार और उसके नेताओं से ही मिलती है।
उन्होंने आगे और कहा है कि ठग शेख जिन्ना अली के सिर पर यदि तृणमूल नेताओं का हाथ नहीं होता, तो वह इतनी बड़ी ठगी का जाल नहीं बिछा पाता। यही कारण है कि कसबा लॉ कॉलेज मामले के मुख्य आरोपित मनोजित मिश्रा जैसे लोग खुलेआम अपराध कर पाते हैं।
जानकारी के मुताबिक, शेख जिन्ना अली खुद को ‘एंटी ट्रैफिकिंग कमिटी’ का चेयरमैन बताता था और अक्सर तृणमूल के बड़े नेताओं और मंत्रियों के साथ देखा जाता था। इसी हफ्ते, केंद्रीय बलों की मदद से ईडी की टीम ने उसके रायना स्थित भव्य आवास पर छापेमारी की। उसके आलिशान मकान को चारों ओर से घेर कर, ईडी अधिकारियों ने सघन तलाशी ली।
इसके साथ ही, कोलकाता और राज्य के अन्य हिस्सों में स्थित शेख जिन्ना के कुल पांच परिसरों पर भी ईडी ने एक साथ छापेमारी की है।