फरीदाबाद, 22 मई । नगर में एक व्यक्ति को काेरोना संक्रमण होने की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।यह पीड़ित दिल्ली स्थित एक मॉल में सिक्योरिटी गार्ड है। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमित व्यक्ति को होम आइसोलेट करउसके परिवार के सभी सदस्यों के भी सैंपल लिए गए है। डॉक्टरों का कहना है कि वेरिएंट की जांच अभी जारी है।

फरीदाबाद के सेहतपुर गांव का 28 वर्षीय युवक एक निजी कंपनी के जरिए दिल्ली स्थित एक मॉल में सिक्योरिटी गार्ड का कार्य करता है। पिछले कुछ दिनों से उसे बुखार, खांसी, सर्दी-जुकाम जैसी परेशानी थी। इसके चलते उसे डॉक्टरी जांच के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था। जहां कोरोना की जांच के लिए उसके सैंपल लिया गया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद फरीदाबाद के स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित युवक को होम आइसोलेशन में रखा है। उसकी सेहत पर नजर रखने के लिए एक स्वास्थ्य टीम नियुक्त की गई है, जो दिन में दो बार फोन पर संपर्क कर युवक की स्थिति का जायजा ले रही है। उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत ने बताया कि युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिलते ही सफदरजंग अस्पताल प्रबंधन ने इसे आईएचआईबी पोर्टल पर अपलोड कर दिया। साथ ही फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी।

डॉ. रामभगत ने बताया कि जिले में करीब ढाई साल बाद कोरोना का केस मिला है। इससे विभाग को अलर्ट किया गया है। युवक के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उसके परिवार के सदस्यों के सैंपल लिए गए हैं। संक्रमित के परिजनों से संपर्क कर उन्हें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि फरीदाबाद हेल्थ विभाग ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से संक्रमित युवक का सैंपल मांगा है। विभाग सैंपल मिलने के बाद उसके जीनोम सीक्वेंसिंग कराएगा। इससे पता लगाया जाएगा कि यह संक्रमण कोरोना के किस वेरिएंट से हुआ है। फिलहाल देश और विदेश में जेएन-1 वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि रिपोर्ट आने के बाद ही वेरिएंट की पुष्टि हो सकेगी।

उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत ने लोगों से अपील की है कि कोरोना को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। सतर्कता ही बचाव है। उन्होंने कहा कि लोग बार-बार हाथ धोएं, मास्क पहनें और सार्वजनिक स्थानों पर दूरी बनाए रखें। बुखार, सर्दी या खांसी जैसे लक्षण होने पर तुरंत जांच कराएं और रिपोर्ट आने तक स्वयं को आइसोलेट रखें।