उदयपुर, 24 फ़रवरी। राजस्थान से नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया का कहना है कि धर्मान्तरण धर्मनिरपेक्षता का दुरुपयोग है। हालांकि, भारतीय संविधान ने यह स्वतंत्रता दी हुई है कि कोई भी व्यक्ति कोई भी धर्म अपना सकता है, लेकिन भारत में धर्मान्तरण के पीछे प्रलोभन जैसी गतिविधियां सामने आती हैं, इसलिए यह कहना ही उचित होगा कि भारत की सरल धर्मनिरपेक्ष भावना का दुरुपयोग किया जा रहा है और यह देश के लिए नुकसानदेह है। आने वाले समय में इस गंभीर विषय पर विचार कर इसका सटीक समाधान अवश्य निकाला जाएगा।

यह जवाब गरासिया ने शनिवार को उदयपुर में प्रेसवार्ता के दौरान दक्षिणी राजस्थान के जनजातीय क्षेत्र में बढ़ रही धर्मान्तरण की गतिविधियों पर किए गए सवाल पर दिया। राज्यसभा सांसद निर्वाचित होने के बाद उदयपुर में पहली बार प्रेस से मुखातिब होते हुए उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं भी बताईं। उन्होंने कहा कि जनजाति वर्ग रोजगार के लिए पलायन करता है, इसके समाधान का प्रयास उनकी फेहरिस्त में सबसे ऊपर है। उनकी दूसरी प्राथमिकता जनजाति समाज की सेहत की है, यहां रक्ताल्पता है जो बेहतर खुराक से दूर होगी, इसके लिए भी वे कार्य करेंगे। नई पीढ़ी का निर्माण राष्ट्रभक्ति के संस्कारों के साथ करने वाली शिक्षा को बढ़ावा देने का कार्य भी उनकी प्राथमिकता में है। इसके पीछे उन्होंने कारण बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में कुछ ताकतें हैं जो भोले-भाले आदिवासी में अलगाववाद की भावना पैदा कर रही हैं।

गरासिया ने जनजाति विकास पर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस की अदूरदर्शी नीतियों के कारण ही जनजाति समाज आज तक अन्य समाजों के समकक्ष खड़ा नहीं हो सका। उन्होंने बीते दस वर्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल की योजनाओं की बात करते हुए कहा कि दस साल में विकास की गति ऐतिहासिक रही है और यह जारी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प में हर व्यक्ति स्वयं को भागीदार बना रहा है। यह मोदी सरकार की ही देन है कि आज देश का हर नागरिक देश को आगे बढ़ाने की भावना मन में संजोकर कदम से कदम मिला रहा है।

कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए पूर्व मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया की लोकसभा चुनाव में भूमिका पर गरासिया ने कहा कि किसी के भाजपा में आ जाने से ही उसकी भूमिका के कयास नहीं लगाने चाहिए, न ही भाजपा की ओर से भी ऐसी कोई बात कही गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा की पाचन शक्ति मजबूत है।

उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा में सामान्य निष्ठावान कार्यकर्ता को मान मिलता है जिसका वे स्वयं उदाहरण हैं। उन्होंने बताया कि गत विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने घोषणा की थी कि यदि राजस्थान में भाजपा की सरकार नहीं बनी तो वे राजनीतिक संन्यास ले लेंगे, यह भगवान का आशीर्वाद है कि राजस्थान में भाजपा की सरकार बनी है। राजस्थान में अब डबल इंजन की सरकार है।

इस दौरान भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक एवं लोकसभा संयोजक प्रमोद सामर, उपमहापौर पारस सिंघवी, पूर्व उप जिला प्रमुख सुंदरलाल भाणावत, शहर जिला महामंत्री गजपाल सिंह राठौड़, देहात जिला महामंत्री दीपक शर्मा, मीडिया संभाग प्रभारी चंचल कुमार अग्रवाल, सह प्रभारी महेंद्र सांगला आदि ने राज्यसभा सांसद निर्वाचित होने पर गरासिया का अभिनंदन भी किया।