मुंबई, 16 जुलाई। सिविल सेवा परीक्षा में चयन को लेकर विवादों फंसी प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडेकर की मंगलवार को प्रोबेशनरी आईएएस ट्रेनिंग रोक दी गई। खेडकर पर सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए कथित तौर पर विकलांगता प्रमाण पत्र में जालसाजी करने का आरोप है। पूजा खेडकर को 23 जुलाई तक लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में वापस रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।

मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) ने पत्र में कहा कि पूजा दिलीप खेडकर के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को रोकने का फैसला किया है और आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए तत्काल वापस बुलाने का आदेश जारी किया है। एलबीएसएनएए की ओर से 16 जुलाई को जारी आधिकारिक नोटिस के अनुसार वर्तमान में महाराष्ट्र के वाशिम में सुपर न्यूमेरेरी असिस्टेंट कलेक्टर पूजा खेडकर को महाराष्ट्र में उनके प्रशिक्षण कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया है।

एलबीएसएनएए का यह निर्णय खेडकर के सिविल सेवा में चयन को लेकर उठे विवाद के कुछ दिनों बाद आया है। उन पर सेवा में स्थान हासिल करने के लिए विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग कोटा का दुरुपयोग करने का आरोप है। पिछले हफ्ते केंद्र ने पूजा खेडकर की उम्मीदवारी को सत्यापित करने के लिए एक सदस्यीय समिति का गठन किया था। महाराष्ट्र कैडर की 2023 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर उस समय मीडिया की नजऱों में आईं, जब उन्होंने कथित तौर पर पुणे कलेक्टर कार्यालय से विशेष विशेषाधिकारों का अनुरोध करके विवाद खड़ा कर दिया, जो उनके पदनाम के लिए अनुमत नहीं थे। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने उनका पुणे से वाशिम तबादला कर दिया था।