
नई दिल्ली, 22 जुलाई । उपराष्ट्रपति पद से सोमवार देर रात जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने के बाद से इस पद के चुनाव को लेकर कयास शुरू हो गए हैं। चुनाव आयोग किसी भी समय उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर सकता है। इस बीच कांग्रेस ने भी उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की तलाश शुरू कर दी है। मंगलवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कांग्रेस को न खुशी है और न ही गम है। जो होना था वो हो गया। अब इस पद के लिए चुनाव होने हैं। इसके लिए सरकार नोटिफिकेशन जारी करेगी।कांग्रेस इस पद पर अपना उम्मीदवार उतारेगी। इसकी हम तैयारी करेंगे। राज्यसभा में जारी गतिरोध पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सरकार संसद की बैठक करना नहीं चाहती। बैठक शुरू होते ही एक मिनट में ही सभा को स्थगित कर देती है। विपक्ष पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर सहित कई मुद्दे पर सदन में चर्चा कराना चाहता है। लेकिन सत्ता पक्ष ही कोई जानकारी नहीं देते। चर्चा कराए जाने का समय निश्चित होना चाहिए। बताना चाहिए कि सदन में कब प्रधानमंत्री होंगे और चर्चा सुनेंगे।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को भेजे अपने इस्तीफ़े में उन्होंने कहा है कि अब वो अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देंगे।
धनखड़ ने राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में कहा कि वे संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के मुताबिक़, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफ़ा दे रहे हैं। धनखड़ ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पदभार संभाला था। ऐसे में उनका कार्यकाल 2027 तक था।
एनडीए के पास पर्याप्त संख्या उपराष्ट्रपति के चुनाव में राज्यसभा और लोकसभा के सांसद वोट डालते हैं। इसके अलावा राज्यसभा के नामित सदस्य भी वोटिंग कर सकते हैं। कुल 543 सदस्यों वाली लोकसभा में 542 सदस्य हैं। वहीं 245 सदस्यों की राज्यसभा में 5 सीटें खाली हैं और 240 सदस्य हैं। संविधान के अनुसार उपराष्ट्रपति के इस्तीफे, निधन या फिर किसी अन्य कारण से पद पर न रहने की स्थिति में जल्द से जल्दी चुनाव कराया जाना चाहिए। ऐसे में कभी भी चुनाव आयोग इलेक्शन का नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। उपराष्ट्रपति पद का चुनाव होने की स्थिति में नंबर गेम में एनडीए का सीधे तौर पर पलड़ा भारी है।पिछले चुनाव में मार्गरेट अल्वा की हुई थी हार
17 जुलाई 2022 को, यूपीए गठबंधन और कुछ गैर-संप्रग दलों ने मार्गरेट अल्वा को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया था। जगदीप धनखड़ ने विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 528 मतों से हराकर चुनाव जीत लिया था।