रांची, 28 मई । पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुदर्शन भगत ने कहा कि सरना कोड के नाम पर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवासी समाज को दिग्भ्रमित कर रही है। यह वही कांग्रेस पार्टी है, जिसने 1961 की जनगणना में आदिवासी कोड हटा दिया था। भगत प्रदेश कार्यालय में बुधवार पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि 2012 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के दौरान उनके जरिये लोकसभा में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में तत्कालीन मंत्री और गृह मंत्रालय ने सरना कोड की मांग को अव्यावहारिक बताते हुये सिरे से खारिज किया था, जो आज रिकॉर्ड में दर्ज है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-झामुमो को आदिवासी समाज की धर्म-संस्कृति बचाने की कोई चिंता नहीं है। ये केवल वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं।