
कोलकाता, 27 जुलाई । दक्षिण कोलकाता जिला कांग्रेस के नेताओं ने रविवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ कोलकाता में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि यह प्रक्रिया भाजपा को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
दक्षिण कोलकाता जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप प्रसाद ने सवाल उठाया है कि जब 2024 में लोकसभा चुनाव संपन्न हुए, तो वे किस मतदाता सूची के आधार पर कराए गए थे? अगर वह सूची मान्य थी, तो अब एसआईआर की जरूरत क्यों पड़ी? और यदि वह सूची फर्जी थी, तो फिर पहले 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे रद्द किए जाना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया है कि एसआईआर के अनुसार यदि कोई मतदाता फॉर्म छह जमा नहीं करता है, तो उसके नाम को मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा। इससे लगभग 65 लाख मतदाताओं का नाम सूची से हटने का खतरा है। भाजपा इसका इस्तेमाल उन मतदाताओं को निशाना बनाने के लिए कर रही है, जो उसका विरोध किया था। यह पूरी प्रक्रिया भाजपा को राजनीतिक रूप से लाभ पहुंचाने के लिए की जा रही है।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि एसआईआर प्रक्रिया को अविलंब रद्द किया जाए, ताकि किसी भी मतदाता को अनुचित रूप से मतदाता सूची से बाहर न किया जाए।