पूर्वी सिंहभूम, 23 जुलाई । सिदगोड़ा बारीडीह बस्ती स्थित बजरंग चौक के पास जिला प्रशासन और टाटा स्टील की संयुक्त टीम ने बुधवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। इस दौरान टाटा मणिपाल हॉस्पिटल के सामने सड़क किनारे बनी कई अवैध दुकानों को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया।

अधिकारियों के मुताबिक, इन दुकानों को पहले ही नोटिस देकर हटाने को कहा गया था।

हालांकि, अभियान के दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे पदाधिकारियों से उलझ गए। उनका आरोप था कि बगैर नोटिस के अचानक लोगों के घर तोड़े जा रहे हैं। दुबे अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और अतिक्रमण स्थल पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने मांग की कि प्रभावित दुकानदारों को पुनर्वासित किया जाए।

जिला अध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि जो लोग 15-20 वर्षों से सरकारी जमीन पर बसे हैं, उन्हें हटाने से पहले बसाना अनिवार्य है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब मणिपाल हॉस्पिटल यहां आया था, तब स्थानीय लोगों को रोजगार और सीएसआर से जुड़ी सुविधाओं की उम्मीद थी, लेकिन न तो रोजगार मिला और न ही कोई सामाजिक सहयोग दिया गया। उल्टे अस्थाई दुकानें भी तुड़वा दी गईं।

अभियान के दौरान कांग्रेस नेताओं और समर्थकों के विरोध के चलते कुछ देर के लिए कार्रवाई बाधित रही। हालांकि, वरिष्ठ अधिकारियों के पहुंचने के बाद अभियान दोबारा शुरू किया गया और शेष दुकानों को भी हटा दिया गया। नेताओं के पहुंचने से पूर्व ही तीन-चार दुकानों को तोड़ा जा चुका था।

मौके पर दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती रही। अधिकारियों ने कहा कि यह अभियान वरीय अधिकारियों के आदेश पर चलाया जा रहा है और किसी भी प्रकार के राजनीतिक हस्तक्षेप के बावजूद अवैध अतिक्रमण को नहीं बख्शा जाएगा। प्रशासन ने यह भी कहा कि इस तरह के अभियान आगे भी जारी रहेंगे।