नई दिल्ली, 25 मार्च। कांग्रेस ने बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कसरत शुरू कर दी है। पार्टी आलाकमान ने सूबे में अपनी पुरानी जमीन को तलाशने की कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में बिहार कांग्रेस के प्रमुख पदाधिकारियों और नेताओं ने आज यहां कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में एक बैठक की, जिसमें आगामी चुनावी रणनीति पर चर्चा की गई।

इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, बिहार के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, एआईसीसी के अन्य बड़े पदाधिकारी तथा बिहार के प्रदेशाध्यक्ष राजेश कुमार भी मौजूद रहे।

बैठक के बाद खरगे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आज हमने बिहार के वरिष्ठ नेताओं से वार्ता कर, कांग्रेस पार्टी को मज़बूत बनाने और सूबे में आगामी चुनाव की तैयारियों के बारे में विस्तार से चर्चा की। बिहार में बदलाव की बयार बहने लगी है। बिहार की जनता — विकास, सामाजिक न्याय और अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। भर्ती परीक्षा में धांधली, पेपर लीक और बेरोजगारी से युवाओं में भयंकर नाराज़गी है। हम मौजूदा सरकार को हटाकर, बिहार में समावेशी विकास और सभी के अधिकारों को सुरक्षित करने वाली सरकार लाएंगे।

बिहार के एआईसीसी प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने कहा कि बिहार में कांग्रेस पार्टी की आगे क्या रणनीति होगी, आज उस पर चर्चा हुई और सभी नेताओं ने अपनी बात रखी। आगामी बिहार चुनाव में हम साथ मिलकर भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों के खिलाफ मजबूती से लड़ेंगे।

उल्लेखनीय है कि बिहार में कांग्रेस ने पिछली बार 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन केवल 19 सीटें ही जीत पाई थी। कांग्रेस इस बार जो आक्रामक नीति बना रही है, उसके मुताबिक ज्यादा संभावना है कि वह सहयोगी राजद से भी इस बार सीटों के मामले में सौदेबाजी कर सकती है।